आयकर विभाग के अधिकारियों ने कर्नाटक में एक ठेकेदार, उसके बेटे, एक जिम प्रशिक्षक और एक वास्तुकार सहित कई लोगों पर छापे के दौरान 50 करोड़ रुपये से अधिक नकदी बरामद की है. आयकर विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि दो प्रमुख बुनियादी ढांचा कंपनियों से संबंधित 25 स्थानों पर बृहस्पतिवार को छापेमारी के बाद कई अन्य स्थानों पर छापेमारी की गई.
आरोपियों के खिलाफ कर चोरी का आरोप लगाते हुए आयकर विभाग के अधिकारियों ने सहकारनगर और संजयनगर सहित विभिन्न स्थानों पर उनके कार्यालयों पर छापा मारा. इस दौरान कई दस्तावेज जब्त किए गए.
इन दोनों कंपनियों से प्राप्त सुराग के बाद, आयकर विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदारों और कई अन्य लोगों के घरों और अन्य स्थानों की तलाशी ली. अधिकारी ने कहा, ‘‘शुक्रवार तक कुल 45 स्थानों पर तलाशी ली गई, जबकि शनिवार को 10 और स्थानों पर छापेमारी की गई.''
अधिकारी ने कहा, ‘‘अभियान के तीसरे दिन शनिवार को एक वास्तुकार और एक जिम मालिक के घर पर छापा मारा गया, जहां से आठ करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए. इसके साथ ही जब्त की गई कुल नकद राशि 50 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है.'' उन्होंने बताया कि छापेमारी अब भी जारी है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों के मुताबिक, जिस ठेकेदार के घर पर छापा मारा गया, वह पिछली भाजपा नीत सरकार पर लगे 40 फीसदी कमीशन के आरोपों का सबसे बड़ा चेहरा था.
भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बिल्डरों को ब्लैकमेल किया जा रहा है. भाजपा नेता और पूर्व मंत्री सीटी रवि ने कहा कि ऐसे मामले हैं जहां मकान बना रही एक प्रमुख बुनियादी ढांचा कंपनी को पानी के कनेक्शन से इनकार कर दिया गया क्योंकि उसने रिश्वत देने से इनकार कर दिया था.
उन्होंने दावा किया कि बिल्डरों से 100 रुपये प्रति वर्ग फुट की दर से रिश्वत मांगी जाती है. रवि ने आरोप लगाया, ‘‘यह एक अनसुनी घटना है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था....''
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