कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. विधायकों के 'हॉर्स ट्रेडिंग' की आशंका को देखते हुए पार्टियां उन्हें सुरक्षित रखना चाह रही है. इसी क्रम में राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले, जनता दल (सेक्युलर) ने कर्नाटक के विधायकों के एक समूह को पार्टी की रणनीति के तहत बेंगलुरु के एक होटल भेज दिया है. पार्टी के 32 विधायकों में से 20 को पहले ही होटल में ट्रांस्फर कर दिया गया है, जबकि बाकी बचे 12 विधायकों को गुरुवार को होटल भेजे जाने की उम्मीद है.
चार सीटों के लिए छह उम्मीदवार
कर्नाटक राज्यसभा चुनाव के लिए छह उम्मीदवार हैं. चौथी सीट के लिए कांटे की टक्कर है. राज्य में चार सीटों के लिए बीजेपी ने तीन उम्मीदवार, कांग्रेस ने दो उम्मीदवार और जनता दल (सेक्युलर) ने एक उम्मीदवार उतारा है. जनता दल (सेक्युलर) और कांग्रेस, दोनों बीजेपी को हराना चाहते हैं, लेकिन अभी तक एक मत नहीं हो पाए हैं क्योंकि दोनों दलों ने एक ही सीट के लिए उम्मीदवार उतारे हैं.
'हर चीज के लिए तैयार हूं'
जेडी(एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा था, " अगर कांग्रेस सही में बीजेपी को हराना चाहती है, तो हमने पहले ही दूसरे अधिमान्य वोटों को एक-दूसरे को हस्तांतरित करने की पेशकश की है. हम और क्या कर सकता हूं? मैंने एक खुली पेशकश की है, मैं कर्नाटक के लिए हर चीज के लिए तैयार हूं."
इधर, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने यह देखते हुए कि उनकी पार्टी ने पहले अपने दूसरे उम्मीदवार मंसूर अली खान को मैदान में उतारा था, जेडी(एस) से अपना उम्मीदवार वापस लेने और अपने विधायकों से कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए कहा था.
बीजेपी की दो सीटों पर जीत तय
बता दें कि कर्नाटक राज्यसभा चुनाव में एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 45 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है. विधानसभा में अपनी ताकत के दम पर 120 विधायकों वाली बीजेपी की दो सीटों पर जीत तय है. 70 सदस्यों वाली कांग्रेस एक सीट जीतने की स्थिति में है. ऐसे में पार्टियों के बीच चल रही खींचतान चौथी सीट जीतने को लेकर है. 32 विधायकों के साथ जेडी(एस) के पास राज्यसभा सीट जीतने के लिए संख्या का अभाव है, लेकिन अन्य दलों की वो जीतने में मदद कर सकती है.
बता दें कि राज्य से राज्यसभा चुनाव के लिए छह उम्मीदवार हैं - केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, अभिनेता-राजनेता जग्गेश और भाजपा से निवर्तमान एमएलसी लहर सिंह सिरोया, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और कांग्रेस के राज्य महासचिव मंसूर अली खान, और पूर्व जद (एस) से सांसद डी कुपेंद्र रेड्डी.
यह भी पढ़ें -
उत्तर प्रदेश: भगवान शिव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर सपा MLC के खिलाफ केस दर्ज
"जिहादी, आतंकवादी": यूपी के गांव में फकीरों को धमकाते दिखे कुछ लोग, एक आरोपी गिरफ्तार
Video: आज सुबह की सुर्खियां : 9 जून, 2022