कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah Gupkar Gang Statement) के 'गुपकर गैंग' वाले बयान पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने अतीत में भारतीय जनता पार्टी के पीपुल्स डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ हुए गठबंधन पर सवाल उठाते हुए पूछा कि 'क्या यह गठबंधन जम्मू-कश्मीर में आंतक वापस लाने के लिए था?' उन्होंने गृहमंत्री से यह भी पूछा कि गठबंधन के वक्त वो किस गैंग में शामिल थे?
सिब्बल ने ट्विटर पर एक ट्वीट करते हुए लिखा कि 'अमित शाह का आरोप है कि कांग्रेस आगामी जिला विकास परिषद चुनावों में दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन की बातचीत करके 'जम्मू-कश्मीर में आतंक और अस्थिरता का युग वापस लाना चाहती है.' अमित जी क्या BJP-PDP का गठबंधन में 'जम्मू-कश्मीर में आतंक वापस लाने' के लिए था, आप तब किस गैंग में शामिल थे?'
बता दें कि मंगलवार को अमित शाह ने ट्विटर पर एक साथ कई ट्वीट कर कहा था कि गुपकर घोषणापत्र के लिए पीपुल्स् अलायंस गठबंधन कर जम्मू-कश्मीर में विदेशी ताकतों की दखलंदाजी कराना चाहता है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत की जनता इस राष्ट्रीय हित के खिलाफ अपवित्र गठबंधन को बर्दाश्त नहीं करेगी.
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था कि 'गुपकर गैंग वैश्विक (ग्लोबल) हो रहा है. वे चाहते हैं कि विदेशी सेना जम्मू-कश्मीर में हस्तक्षेप करे. गुपकर गैंग, भारत के तिरंगे का भी अपमान करता है. क्या सोनिया जी और राहुल जी गुपकर गैंग की ऐसी चालों का समर्थन करते हैं. उन्हें भारत के लोगों के समक्ष अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.'
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हालांकि, कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस गुपकर अलायंस या फिर गुपकर घोषणापत्र के लिए पीपुल्स अलायंस का हिस्सा नहीं है. कांग्रेस ने अमित शाह के इस हमले का जवाब दिया था, वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी पलटवार करते हुए कहा था कि 'वो अमित शाह का फ्रस्टेशन समझ सकते हैं क्योंकि यहां पीपुल्स अलायंस ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिससे कि बीजेपी को यहां अपनी मनमर्जी का मौका नहीं मिलेगा.'
बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनावों में जम्मू-कश्मीर में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था, जिसके बाद बीजेपी ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया था. हालांकि, 2018 में पार्टी ने अपना गठबंधन वापस ले लिया, जिसके बाद गठबंधन की सरकार गिर गई और तबसे वहां विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं और अब आर्टिकल 320 हटने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में भी बांट देने जैसे बड़े बदलाव किए जा चुके हैं.
Video: कांग्रेस पार्टी ने कहा - गुपकार अलायंस का हिस्सा नहीं