छत्तीसगढ़ के कांकेर शहर के शिवनगर स्थित दत्तक केंद्र मासूमों के लिए प्रताड़ना केंद्र बन गया है. यहां बच्चों के साथ बर्बरता की जा रही है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ दिखाई पड़ रहा है कि किस तरह एक महिला बच्ची के बाल पकड़ कर पिटाई करती है और उसे उठा कर जमीन में पटक देती है फिर पलंग पर पटकती है. बच्ची दर्द के मारे बुरी तरह चीखती है, चिल्लाती है और रोने लगती है. लेकिन महिला मैनेजर को उस पर तरस नहीं आया और बच्ची को क्रूरता से पिटती रही.
इस दौरान पास से ही दो आया भी गुजरती हैं पर उनकी हिम्मत नहीं कि इस बर्बरता को वह रोक सके. इसके बाद महिला दूर खड़ी बच्ची को पास बुला कर उसे भी बुरी तरह मारती है. इतने पर भी महिला का गुस्सा शांत नहीं होता तो वह बच्चो के साथ गाली गलौच करती है. पदस्थ प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी बताई जा रही है. जो बच्चियों के साथ आये दिन इसी तरह मारपीट करती है. जिससे बच्चियां भी डरी सहमी हुई रहती है. बच्चियों की सुरक्षा के लिए लगाए गया सीसीटीवी रात में बंद कर दिया जाता है कांकेर के इस दत्तक ग्रहण केंद्र में 0 से 6 वर्ष तक के यतीम बच्चों को रखा जाता है.
इस जगह पर बाहरी लोगों का आना जाना नहीं है. बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस जगह पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए है. जिन्हें रात में प्रोग्राम मैनेजर बंद कर दिया करती है. मैनेजर के इस हरकत से बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है. केंद्र की महिला मैनेजर के खिलाफ जिसने भी आवाज उठाई उसे निकाल दिया गया. इसका विरोध करने वाले 8 कर्मचारियों को एक साल में बाहर निकाल दिया गया. शिकायत महिला बाल विकास विभाग तक पहुंची लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ. कार्रवाई नहीं होने से प्रोग्राम मैनेजर का हौसला बुलंद रहा.
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