दिल्ली की जेल में बंद काला जठेड़ी (Kala Jathedi) गिरोह के गुर्गा अक्षय अंतिल उर्फ अक्षय पलड़ा को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने गिरफ्तार किया है. 22 साल का अक्षय मंडोली जेल (Mandoli Jail) में बंद है और वहीं से करोलबाग के एक कारोबारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांग रहा था. जिसे पुलिस ने मोबाइल समेत गिरफ्तार किया है. काला जठेरी गिरोह के इस गुर्गे से अब सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने मंडावली जेल से फिरौती के लिए इस्तेमाल किए गए सिम कार्ड के साथ ऐप्पल आईफोन 12 मिनी बरामद किया गया है.
मध्य दिल्ली की डीसीपी श्वेता चौहान के मुताबिक करोलबाग के एक कारोबारी ने 30 मई को शिकायत दी थी कि उसे 5 करोड़ रुपये की फिरौती के लिए धमकी भरे कॉल आ रहे हैं. फोन करने वाला खुद को 'लॉरेंस-बिश्नोई गैंग' का शार्प शूटर बता रहा है.मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह, काला जठेड़ी गिरोह, जितेंद्र गोगी गिरोह से जुड़े सभी सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया. इसके बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी इंटरनेट ऐप का उपयोग करके अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल फोन नंबर से व्यापारी को फिरौती के लिए फोन कर रहा था. जांच में पता चला कि कॉल बीएसएनएल (BSNL) सिम वाले फोन का उपयोग करके मंडोली जेल दिल्ली से की गई थी.
मेरठ में तैनात कांस्टेबल ने राका गिरोह को दी थी सिम
इसके बाद पुलिस ने मेरठ के एक दुकानदार और सिम जारी करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली आईडी वाले ग्राहक का पता लगाया और उनसे पूछताछ की. आगे की पूछताछ में पता चला कि थाना कंकड़ खेरा, मेरठ, यूपी में तैनात एक कांस्टेबल ने एक सीएनजी मैकेनिक के नाम से यह सिम जारी करवाई थी और राकेश उर्फ राका गिरोह के एक सदस्य को दिया था. तकनीकी जांच में पता चला कि कॉल मंडोली जेल से अक्षय पलड़ा ने किए थे.
कोर्ट ने जारी किया वारंट
इसके बाद 5 जून को कोर्ट से तलाशी और पूछताछ के लिए पुलिस ने वारंट लिया. इसके बाद पुलिस ने अक्षय पलड़ा उर्फ अक्षय अंतिल से जेल परिसर पूछताछ में पूछताछ की. इस दौरान अक्षय और नरेश सेठी ने बताया कि दोनों ने साजिश रची थी. दोनों काला जठेड़ी गिरोह से जुड़े हैं. इसके लिए उन्होंने काला जठेड़ी गिरोह के एक अन्य सदस्य राजेश उर्फ रक्का के माध्यम से दो सिम कार्ड (बीएसएनएल और वोडाफोन) और दो मोबाइल फोन (Apple iPhone 12 मिनी और छोटे चीनी कीपैड फोन) हासिल किए थे.
सोनीपत का रहने वाला है अक्षय
बीएसएनएल सिम को एप्पल आईफोन 12 मिनी में और वोडाफोन सिम को चीनी फोन में डाला गया था. अक्षय सोनीपत का रहने वाला है और काला जठेड़ी गिरोह का शार्प शूटर है. अक्षय हत्या, अपहरण और जबरन वसूली के कई मामलों में शामिल रह चुका है. और उसका नाम मूसेवाला हत्याकांड में भी एक संदिग्ध के रूप में सामने आ रहा है. वहीं नरेश सेठी काला जठेड़ी का दाहिना हाथ बताया जा रहा है. अक्षय और सेठी पिछले महीने तक मंडोली में साथ थे.