नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि इंजन आपूर्ति से संबंधित परिचालन बाधाओं के कारण एयरलाइन की वित्तीय स्थिति को झटका लगना दुर्भाग्यपूर्ण है. एयरलाइन के ऋण शोधन समाधान कार्यवाही के लिये स्वैच्छिक आवेदन देने को देखते हुए सिंधिया ने कहा, ‘‘यह बेहतर होगा कि न्यायिक प्रक्रिया का इंतजार किया जाए.'' वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन ने तीन और चार मई को उड़ानें रद्द करने का निर्णय किया है.
सिंधिया ने बयान में कहा, ‘‘गो फर्स्ट को इंजन के संदर्भ में आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. सरकार हर संभव तरीके से एयरलाइन की मदद कर रही थी. मामले को संबंधित पक्षों के साथ उठाया गया है.'' उन्होंने कहा कि परिचालन संबंधी बाधाओं के कारण एयरलाइन की वित्तीय स्थिति को झटका लगना दुर्भाग्यपूर्ण है. मंत्री ने कहा, ‘‘यह हमारी जानकारी में आया है कि एयरलाइन ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण में आवेदन किया है. यह बेहतर होगा कि न्यायिक प्रक्रिया का इंतजार किया जाए.''
सिंधिया ने यह भी कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कुछ उड़ानों को अचानक से निलंबित करने को लेकर कंपनी को नोटिस जारी किया है. उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिये वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था करना एयरलाइन का कर्तव्य है ताकि परेशानी कम से कम हो.
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