चीफ जस्टिस (Chief Justice of India) एन. वी. रमना (NV Ramana) शुक्रवार को CJI बनने के बाद पहली बार आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिला स्थित अपने पैतृक गांव पोन्नावरम (Ponnavaram) पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने उनका अभिनंदन किया. उन्होंने सजी हुई बैलगाड़ी पर सवार होकर पूरे गांव का भ्रमण किया. कार्यक्रम में शामिल हुए सभी लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए न्यायमूर्ति रमना ने कहा कि हालांकि देश प्रगति कर रहा है, लेकिन कई समस्याएं अब भी बनी हुई हैं. उन्होंने लोगों को उन समस्याओं से लड़ने के लिए एकजुट होने की सलाह दी.
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न्यायमूर्ति रमना ने कहा कि वह तेलुगू, अपनी मातृभाषा से, अपने गांव-मातृभूमि के समान प्यार करते हैं. उन्होंने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि चूंकि उनके पिता कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थक हुआ करते थे, इसलिए वह (न्यायमूर्ति रमण) स्वतंत्र पार्टी की विचारधरा को पसंद करते थे.
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उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सदा चाहा है कि सभी लोगों को जाति, नस्ल और धर्म से ऊपर उठ कर एक साथ रहना चाहिए.'' न्यायमूर्ति रमना राज्य की तीन दिनों की यात्रा पर हैं और इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में शरीक होंगे.
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