उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand government) ने पत्रकारों (Uttarakhand Journalist) को 24 घंटे में काम करने वाले फ्रंटलाइन वर्करों की श्रेणी में शामिल किया है. इसी के तहत राज्य सरकार ने शनिवार को ऐलान किया कि सभी पत्रकारों को भी कोरोना वैक्सीन लगवाई जाएगी. इसमें उम्र की कोई बाधा नहीं होगी. उत्तराखंड सरकार ने एक बयान में कहा, पत्रकारों ने फ्रंटलाइन वर्करों की तरह महामारी के खिलाफ जंग में समर्थन और सहयोग दिया है. उन्होंने जागरूकता फैलाई है और सही जानकारी लोगों तक पहुंचाई है.
सरकार ने कहा, जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है और धीरे-धीरे देश में पाबंदियों में कमी आई है. यहां तक कि सूचना विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी लगातार सूचनाओं के आदान-प्रदान और जागरूकता बढा़ने में जुटे हुए हैं. कोविड-19 के खिलाफ जंग में सही सूचनाएं लोगों तक पहुंचाने में उनकी अहम योगदान रहा है.
कोरोना की केंद्र सरकार की मौजूदा गाइडलाइन के अनुसार, पहले हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगना शुरू हुआ था. फिर 60 साल से अधिक उम्र के और 45 साल से ज्यादा उम्र के बीमार लोगों को वैक्सीन देना शुरू हुआ था. इसके बाद 45 साल से अधिक उम्र के किसी भी व्यक्ति के लिए टीकाकरण का रास्ता खोल दिया गया है.गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश समेत करीब 10 राज्यों में कोरोना का कहर फिर तेजी से बढ़ रहा है.