लोनी से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जेएनयू कुलपति के खिलाफ बुधवार को लोनी थाने में तहरीर दी है. उन्होंने कुलपति के खिलाफ रासुका लगाने की मांग की है. विधायक ने तहरीर में बताया कि सोमवार को जेएनयू में एक व्याख्यान के दौरान कुलपति ने हिंदू देवी-देवताओं को जातियों में बांटने का घिनौना प्रयास किया था. उनका कहना था कि हिंदू धर्म एवं शास्त्रों के अनुसार भगवान किसी जाति, ऊंच-नीच, गरीब-अमीर के बंधनों से अलग हैं.
बीजेपी विधायक ने कहा कि यह हिंदू धर्म की एकता को तोड़ने के लिए दिया जाने वाला बयान है. उन्होंने मांग की है कि इसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाए. एसएचओ अजय चौधरी ने बताया कि इस मामले के बारे में उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि कुलपति के हिंदू देवी-देवताओं को लेकर की गई टिप्पणी पर विवाद शुरू हो गया है. इसी बीच उन्होंने बुधवार को अपनी सफाई में कहा कि वह केवल बी.आर आंबेडकर के विचार की व्याख्या कर रही थीं. उन्होंने अकादमिक व्याख्यान के राजनीतिकरण पर भी सवाल उठाया.
पंडित ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मुझे लैंगिक न्याय पर बी.आर आंबेडकर के विचारों पर बोलने के लिए कहा गया था. मैं बी आर आंबेडकर के विचारों की व्याख्या कर रही थी. आप उनके लेखन को देख सकते हैं. लोगों को मुझसे नाराज क्यों होना चाहिए? उन्हें बी.आर आंबेडकर से नाराज होना चाहिए. मुझे इसमें क्यों घसीटा जा रहा है.''
डॉ बी.आर आंबेडकर व्याख्यान श्रृंखला में ‘लैंगिक न्याय पर डॉ बी आर आंबेडकर के विचार : डिकोडिंग द यूनिफॉर्म सिविल कोड' विषय पर पंडित ने सोमवार को कहा था कि ‘‘मानव-विज्ञान की दृष्टि से'' देवता उच्च जाति से नहीं हैं और यहां तक कि भगवान शिव भी अनुसूचित जाति या जनजाति से हो सकते हैं.
यह भी पढ़ें -
-- दिल्ली : विधायकों की 'कथित खरीद' की कोशिश के आरोपों के मद्देनजर CM केजरीवाल के घर AAP की हुई बैठक
-- बिहार : विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा बने BJP के नेता विपक्ष, सम्राट चौधरी को भी मिली बड़ी जिम्मेदारी
VIDEO: सिटी सेंटर : मुंबई में गणेशोत्सव की तैयारी अंतिम चरण में