कांग्रेस (Congress) के पूर्व नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) ने बीजेपी (BJP) में शामिल होने के बाद आज NDTV से कहा कि उन्होंने पार्टी बदलने के लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से किसी प्रकार की कोई डील नहीं की है. उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों से पहले प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने को बीजेपी बड़ी कामयाबी मान रही है. जितिन प्रसाद ने कहा कि भगवा पार्टी में शामिल होने का फैसला क्षणिक नहीं है बल्कि वो लंबे समय से इस घड़ी का इंतजार कर रहे थे.
प्रसाद ने कहा कि उनके परिवार ने तीन पीढ़ियों तक कांग्रेस की सेवा की है. लेकिन धीरे धीरे कांग्रेस में रहना मुश्किल हो रहा था. उन्होंने कहा, "मुझे लगा जनता नरेंद्र मोदी के साथ है और मैं बीजेपी में रहकर जनता की सेवा कर सकता हूं." उन्होंने कहा कि हम जनता के बीच में रहते हैं, इसलिए जानते हैं कि जनता क्या चाहती है?
जितिन प्रसाद का कदम, कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी की खराब स्थिति का संकेत
प्रसाद ने राहुल गांधी या कांग्रेस के किसी भी नेता विशेष पर कोई बात नहीं की. उन्होंने कहा, "योगी जी के साथ रहकर ज़्यादा काम कर पाऊंगा और पार्टी जो भी काम देगी वो करूंगा." प्रसाद ने कहा कि ब्राह्मण चेतना मंच में ज़्यादा काम होगा.
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उन्होंने कांग्रेस के काम नहीं करने के सवाल पर कहा, "मैंने कभी नहीं कहा कि कांग्रेस ने कुछ नहीं किया. मुझे कैबिनेट मंत्री रहकर सेवा करने का अवसर मिला लेकिन मुझे लगा कि बीजेपी एक संस्थागत संगठित दल है जबकि बाकी पार्टियां किसी व्यक्ति विशेष के इर्द गिर्द घूम रही हैं."