झारखंड के गढ़वा जिले के इंटरनेशनल बोसिया खिलाड़ी अजेय राज को मदद की दरकार है. जीवन में यदि कुछ कर दिखाना हो तो जरूरी नहीं है कि आप सर्वगुण संपन्न हों. शरीर काम नहीं कर रहा हो तो भी आप अपनी मंजिल हासिल कर सकते हैं. इसी बात को सच कर दिखाया है गढ़वा जिले के रहने वाले इंटरनेशनल बोसिया खिलाड़ी अजेय राज ने. दरअसल 16 साल की उम्र में सड़क हादसे में रीढ़ की हड्डी टूट जाने के कारण अजेय राज का शरीर पूरी तरह से पैरालाइज हो गया. अजेय के सिर को छोड़कर हाथ, पैर या शरीर का कोई भी हिस्सा काम नहीं करता है.
अजय पूरी तरह से व्हीलचेयर पर रहता है और खाना खाने से लेकर कपड़े पहनने तक दूसरों पर निर्भर हैं. इसके बावजूद अजेय बोसिया गेम के बेहतरीन खिलाड़ी हैं. अजय दुबई में आयोजित हुई बोसिया खेल प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं साथ ही अजेय राज ने हैदराबाद में हुई पांचवी नेशनल बोसिया नेशनल चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है. इसके बाद उनका सिलेक्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए हुआ है.
अजेय ने बताया कि देश के लिए गोल्ड मेडल लाना सबसे बड़ा मकसद है. उन्होंने कहा कि अभी मेरे सिर और गर्दन काम करते हैं. जितना बेहतर मैं देश के लिए शरीर के इन भागों से कर सकता हूं करूंगा. लेकिन अंतरराष्ट्रीय खेलने के लिए मुझे equipment की जरूरत है जो कि मेरे पास नहीं हैं. राज्य सरकार ने भी भरोसा दिया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हो पाया है. मुझे मदद मिले तो देश और अपने राज्य का नाम रोशन कर सकता हूं.