झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 15 जिलों की 43 सीटों पर आज मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. इसके साथ ही बिहार, मध्य प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, राजस्थान समेत 10 राज्यों की 31 सीटों पर भी उपचुनाव के लिए लोगों ने मतदान किया. झारखंड में बीजेपी और कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन में सीधी टक्कर है. ये चुनाव तय करेगा कि झारखंड में हेमंत सोरेन फिर सत्ता में आएंगे या फिर बीजेपी अपना परचम लहराएगी. झारखंड में पहले फेज में आखिर किसका क्रेज है, इसका इशारा वोट प्रतिशत से मिल गया. चुनाव आयोग के देर शाम दिए आंकड़ों की मानें तो 66.32 फ़ीसदी मतदान दर्ज हुआ है. अगर हम 2019 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो राज्य में 63.9 पर्सेंट वोटिंग हुई थी. इस लिहाज से देखें तो झारखंड में वोटिंग पर्सेंट पिछले विधानसभा चुनाव से ऊपर गया है. आखिर झारखंड में हो रही बंपर वोटिंग किसके लिए गुड न्यूज है? ये तो 23 नवंबर को पता चलेगा, लेकिन इतना तय है कि झारखंड के लोगों में इस चुनाव को लेकर उत्साह था. अगर चुनावी विश्लेषकों की बात करें तो ज्यादा वोट प्रतिशत सत्ता पक्ष के खिलाफ लहर के तौर पर देखा जाता है. हालांकि कई मौकों पर ऐसा भी हुआ है कि ज्यादा वोट प्रतिशत के बाद भी सरकारों ने सत्ता में वापसी की है.
किस-किस राज्य में कितनी सीटों पर हुआ उपचुनाव
उपचुनाव वाले राज्य | सीटें |
पश्चिम बंगाल | 6 |
असम | 5 |
बिहार | 4 |
केरल | 3 |
मध्य प्रदेश | 2 |
मेघालय | 1 |
गुजरात | 1 |
छत्तीसगढ़ | 1 |
कर्नाटक | 1 |
सिक्किम | 2 |
10 राज्यों की 31 सीटों पर मतदान
सीट | 3 बजे | 5 बजे | 11 बजे तक वोटिग प्रतिशत |
असम धोलाई | 60.0 | 72.4 | 24.7 |
असम सिदली | 64.2 | 71.5 | 32.2 |
असम बोंगईगांव | 66.9 | 69.1 | 32.9 |
असम बेहाली | 64.3 | 73.7 | 30.4 |
असम समागुरी | 66.3 | 78.1 | 31.7 |
बिहार तरारी | 42.7 | 50.1 | 19.6 |
बिहार रामगढ़ | 47.7 | 52.4 | 21.6 |
बिहार इमामगंज | 47.0 | 49.7 | 23.3 |
बिहार बेलांगज | 43.8 | 53.5 | 24.8 |
छत्तीसगढ़ रायपुर सिटी साउथ | 39.2 | 46.4 | 18.7 |
कर्नाटक शिग्गांव | 59.6 | 75.1 | 24.4 |
गुजरात वाव | 55.0 | 67.1 | 26 |
कर्नाटक संदूर | 58.3 | 71.5 | 26 |
कर्नाटक चण्णापटना | 67.6 | 84.3 | 27 |
केरल चिलाकरा | 57.4 | 69.4 | 29.4 |
एमपी बुधनी | 65.1 | 72.4 | 36.0 |
एमपी विजयपुर | 67.0 | 75.3 | 38.3 |
मेघालय गामबेग्रे | 67.8 | 80.9 | 37.5 |
राजस्थान झुंझुनू | 49.5 | 61.8 | 23.1 |
राजस्थान रामगढ़ | 60.7 | 71.5 | 29 |
राजस्थान दौसा | 44.4 | 55.6 | 20.4 |
राजस्थान देउली उनियारा | 49.8 | 60.6 | 22.7 |
राजस्थान खिंसवार | 58.0 | 71.0 | 26.7 |
राजस्थान सलूंबर | 48.3 | 64.2 | 25.3 |
राजस्थान चौरासी | 55.3 | 68.6 | 26.4 |
पश्चिम बंगाल सिताई | 58.0 | 66.4 | 29.0 |
पश्चिम बंगाल मादारीहाट | 58.0 | 64.1 | 31.9 |
प. बंगाल नैहाटी | 52.4 | 62.1 | 25.2 |
प. बंगाल हरौआ | 63.1 | 74.0 | 31.2 |
प. बंगाल मेदिनीपुर | 61.5 | 71.9 | 30.3 |
प. बंगाल तलडांगरा | 65.0 | 75.2 | |
वायनाड लोकसभा चुनाव | 60.8 |
बिहार उपचुनावः चार सीटों पर 50% से ज्यादा वोटिंग
बिहार में तरारी, इमामगंज, बेलागंज और रामगढ़ विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में शाम पांच बजे तक करीब 50 प्रतिशत मतदान हुआ. बेलागंज में 53.5 प्रतिशत, इमामगंज में 49.7 प्रतिशत, रामगढ़ में 52.4 प्रतिशत और तरारी में 50.1 प्रतिशत मतदान हुआ. कुल मतदान कितना हुआ अभी पता नहीं चल पाया है. इन विधानसभा क्षेत्रों के तत्कालीन विधायकों के पिछले लोकसभा चुनाव में निर्वाचित होने के बाद ये सभी चार सीटें खाली हो गई थीं. ये सभी सीटें गंगा नदी के दक्षिण क्षेत्र में स्थित हैं जो आमतौर पर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' (इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के राज्य स्तरीय महागठबंधन का गढ़ माना जाता है. इस राज्य स्तरीय महागठबंधन में आरजेडी, वाम और कांग्रेस शामिल हैं.
कर्नाटक: 3 विधानसभा सीटों पर बंपर वोटिंग
कर्नाटक में तीन विधानसभा सीट पर उपचुनाव में शाम पांच बजे तक करीब 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ. शिग्गांव, सेंडुर और चन्नापटना निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 770 मतदान केंद्रों पर सात लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए पात्र हैं. इन सीट पर कुल 45 उम्मीदवार हैं. चन्नापटण में 84.3 प्रतिशत, शिग्गांव में 75.1 और संदूर में 71.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. सेंडुर, शिग्गांव और चन्नपटना निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस के ई. तुकाराम, बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी के मई में लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इन सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी. चन्नपटण से 31 उम्मीदवार, जबकि सेंडुर से छह और शिग्गांव से छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. माना जा रहा है कि उपचुनाव में सेंडुर और शिग्गांव में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि चन्नपटण में जनता दल (सेक्युलर) का कांग्रेस से सीधा मुकाबला है.
बंगाल उपचुनाव: छह विधानसभा सीटों पर 70% से वोट
पश्चिम बंगाल में छह विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में बुधवार को शाम पांच बजे तक 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ. सीताई, मदारीहाट, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और तालडांगरा विधानसभा सीट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह सात बजे वोटिंग शुरू हुआ. चुनाव आयोग के अनुसार छह विधानसभा सीटों पर औसतन 65 प्रतिशत मतदान हुआ. तालडांगरा विधानसभा क्षेत्र में 48 प्रतिशत मतदान हुआ, इसके बाद हरोआ में 74.0, मेदिनीपुर में 71.9, मदारीहाट में 64.1, सीताई में 66.4 और नैहाटी में 62.1 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया. आम चुनावों में कुछ विधायकों के लोकसभा के लिए सांसद चुने जाने के बाद उनके इस्तीफे से खाली हुईं सीटों पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने सभी छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. बंगाल कांग्रेस के नेतृत्व में हाल ही में बदलाव हुआ है. माकपा के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा और कांग्रेस 2021 के बाद पहली बार अलग-अलग उपचुनाव लड़ रहे हैं. वाम मोर्चे ने छह में से पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें एक भाकपा (माले) का उम्मीदवार भी शामिल है. कांग्रेस ने सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे हैं.
मध्य प्रदेश उपचुनाव: 75 % से ज्यादा पड़े वोट
मध्य प्रदेश की दो विधानसभा सीट परएक बजे तक विजयपुर में 75.3 प्रतिशत और बुधनी में 72.4 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. श्योपुर जिले में विजयपुर सीट पर कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने के बाद उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी है. रावत वर्तमान में मोहन यादव मंत्रिमंडल में मंत्री हैं और उन्होंने अपने पैतृक गांव सुनवाई में अपने मताधिकार का प्रयोग किया. बुधनी में निवर्तमान विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उपचुनाव कराया जा रहा है. विजयपुर में राज्य के वन मंत्री रामनिवास रावत कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता मुकेश मल्होत्रा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
(इनपुट्स भाषा)