रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 16 फरवरी को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. राज्य के एक मंत्री ने यह जानकारी दी. मंत्रिमंडल का विस्तार पहले बृहस्पतिवार को निर्धारित था. लेकिन कार्यक्रम में बदलाव किया गया है और अब 16 फरवरी को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा.
राज्य के मंत्री आलमगीर आलम ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘शपथ ग्रहण समारोह टाल दिया गया है. अब, यह 16 फरवरी को अपराह्न तीन बजे यहां राजभवन में होगा.'' उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह के कार्यक्रम में बदलाव का कारण राज्य में 14 फरवरी से शुरू होने वाली कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दो दिवसीय दूसरे चरण का हवाला दिया.
गांधी की यात्रा 14 फरवरी को छत्तीसगढ़ से झारखंड में प्रवेश करेगी और 15 फरवरी को बिहार तक जारी रहेगी. चंपई सोरेन ने दो फरवरी को आधिकारिक तौर पर राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. उसी दिन, दो मंत्रियों - आलमगीर आलम (कांग्रेस) और सत्यानंद भोक्ता (राष्ट्रीय जनता दल) ने भी शपथ ली थी.
झामुमो नेता हेमंत सोरेन को पिछले सप्ताह धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस और राजद सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं.
संवैधानिक प्रावधानों के तहत, झारखंड में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं. पिछली हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में एक सीट खाली थी. मंत्रिपरिषद के लिए संभावित उम्मीदवारों के चयन के संबंध में आलम ने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक इस संबंध में निर्णय नहीं लिया है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के बारे में नहीं बता सकता कि उसने अपने उम्मीदवारों का चयन किया है या नहीं.''
झामुमो के एक सूत्र ने कहा कि पार्टी एक या दो बदलावों की संभावना के साथ, हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल ज्यादातर मंत्रियों को फिर नियुक्त कर सकती है. चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो नीत गठबंधन सरकार ने पांच फरवरी को झारखंड विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया था. राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 विधायकों ने विश्वास मत प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया था, जबकि 29 विधायकों ने इसके खिलाफ मतदान किया था.