जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh)ने मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कान्फ्रेंस की.उन्होंने कहा कि यूपी में अभी बीजेपी (BJP) के साथ बात नही बनी है और मणिपुर में भी नहीं बनी है. अगर एनडीए में बात नहीं बनी तो अपने बूते मजबूती से लड़ेंगे. हमारी तैयारी चल रही है और संगठन वहां पर मजबूत है.अब्बाजान के बयान को लेकर किसी भी राजनीतिक दल को संयमित भाषा मे बात कहनी चाहिए. देश सबका है और ऐसी बात नही होनी चाहिए. हिन्दू मुसलमान सबका देश है.
प्रिंस राज पर लगे आरोप पर ललन सिंह कुछ नही बोले. जेडीयू सांसद ने कहा कि इस पर आप उनसे जाकर पूछें.वहीं 25 सितंबर को जींद में होने वाली देवीलाल के जन्मदिन पर होने वाली रैली में नीतीश कुमार को न्योता मिला है, लेकिन जो हालात हैं उसको देखते हुए कहा जा रहा है कि तीसरी लहर आ सकती है. बाढ़ फैला हुआ है. बच्चों में बीमारी फैली हुई है. हालांकि दिल्ली में कोई महत्वपूर्ण मीटिंग हुई तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उसमें सकते हैं. हमारी पार्टी अभी एनडीए में है. मजबूती के साथ है. हालांकि यूपी में 25 सितंबर को होने वाली सभा देवीलाल को लेकर है.
गौरतलब है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बयान को लेकर सियासत तेज है. कुशीनगर में एक सभा में सीएम योगी ने कहा कि साल 2017 से पहले "अब्बा जान" कहने वाले राशन हजम कर जाते थे. योगी ने कहा, 'पीएम मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार में तुष्टिकरण की सियासत के लिए कोई जगह नहीं है. क्या 2017 से पहले सभी को राशन मिलता था? 'अब्बा जान' कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे.'
'अब्बा जान' लफ्ज का इस्तेमाल ज्यादातर मुस्लिम अपने पिता को संबोधित करने के लिए करते हैं. योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कई ऐसे ही विवादित बयान दिए हैं.