देवेश चंद्र ठाकुर (Devesh Chandra Thakur) गुरुवार को बिहार (Bihar) में विधान परिषद के निर्विरोध सभापति चुने गए. ठाकुर के पदभार ग्रहण करने के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar), उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप यादव ने उन्हें पुष्पगुच्छ देकर उनका अभिनंदन किया. जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) नेता ठाकुर बिहार विधान परिषद के तीसरी बार सदस्य बने हैं और उन्होंने बुधवार को सभापति पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. यह पद मई 2017 से खाली था, जब उच्च सदन के अंतिम सभापति अवधेश नारायण सिंह का कार्यकाल समाप्त हो गया था.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू (JDU) के तत्कालीन उपसभापति हारून राशिद ने वर्ष 2020 में अपने कार्यकाल के अंत तक कार्यकारी सभापति के तौर पर काम किया. इसके बाद भाजपा सदस्य अवधेश नारायण सिंह को कार्यकारी सभापति बनाया गया था. बिहार में महागठबंधन के सत्ता में आने के बाद बुलाए गए सदन के विशेष सत्र के दौरान भाजपा सदस्य और पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी उच्च सदन में प्रतिपक्ष के नेता की भूमिका में होंगे.