जम्मू-कश्मीर के शोपियां के बडिगाम में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराए हैं. मारे गए आतंकियों के पास से दो एके 47 और एक पिस्टल बरामद हुआ है. सुरक्षा बलों को 18 फरवरी को शाम को खबर मिली थी कि इलाके मे आतंकी छुपे हैं. इसके बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया. रात को सुरक्षाबलों से घिरा देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका सुरक्षा बलों में मुंहतोड़ जवाब दिया. इस मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए हैं. फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है.
वहीं बडगाम के बीरवाह में आतंकियों के साथ भी देर रात से सुरक्षा बलों का एक दूसरा मुठभेड़ भी शुरू हो गया है. दोनो ओर से हुई गोलीबारी में जम्मू कश्मीर पुलिस के एक एसपीओ मोहम्मद अल्ताफ अहमद शहीद हो गए जबकि दूसरे पुलिस कॉन्स्टेबल मंजूर अहमद गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. खबर लिखे जाने तक इलाके पुलिस और सीआरपीएफ के साथ आतंकियों की मुठभेड़ जारी थी.
उधर, जम्मू में दो अलग-अलग अभियानों में लश्कर-ए-मुस्तफा (एलईएम) के प्रमुख और उसके सहयोगी की गिरफ्तारी के एक दिन बाद रविवार को पुलिस ने दो मकान मालिकों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने बिना पुलिस सत्यापन के इन दोनों को कमरे दिये थे. शोपियां जिले के ‘ए' श्रेणी के आतंकवादी हिदायतुल्लाह मलिक को शनिवार को जम्मू के बाहरी इलाके कुंजवाणी में एक निजी कार से गिरफ्तार किया गया था. बाद में उसके सहयोगी नजीर अहमद को शहर के बठिंडी इलाके से गिरफ्तार किया गया. वह भी शोपियां का ही रहने वाला है.
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पुलिस की एक टीम ने मलिक और अहमद की जांच की थी. ये संजवान में क्रमश: नजीर भट्ट और फारुक अहमद के घर में रह रहे थे. दोनों ही मकान मालिकों ने न तो पुलिस को सूचना दी और न ही किराये पर कमरा देने से पहले पुलिस थाने में सत्यापन कराया.''दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.