जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच बुधवार को हुई दो मुठभेड़ों में चार आतंकवादी मारे गए. पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में तीन दिन पहले एक पुलिसकर्मी की हत्या करने वाले आतंकवादी भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि शोपियां के द्राच कीगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए, जबकि दक्षिण कश्मीर के जिले के मूलु इलाके में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया. पहली मुठभेड़ के बारे में पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना पाकर सुरक्षा बलों ने वहां घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया. प्रवक्ता ने बताया कि तलाशी दस्ते के मौके पर पहुंचने के साथ ही आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं और पुलिस की जवाबी कार्रवाई के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गई.
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए हैं और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान दूमपोरा कीगाम निवासी जुबैर मकबूल वानी, राजपोरा निवासी जमशीद अहमद मगरे और पुलवामा में करीमाबाद निवासी हनान बिन याबूक उर्फ साकिब के रूप में हुई है. इनमें से मगरे और साकिब पुलवामा के पिंगलाना में 2 अक्टूबर को हुई विशेष पुलिस अधिकारी जावेद डार की हत्या में शामिल रहे थे. उस दिन संयुक्त तलाशी दल पर हुए हमले में सीआरपीएफ का एक जवान घायल भी हुआ था. प्रवक्ता ने बताया कि ये दोनों आतंकवादी पश्चिम बंगाल के गदूरा निवासी एक कामगार की हत्या में भी शामिल रहे थे. उन्होंने बताया कि मगरे ने रत्नीपोरा में भी दो प्रवासी कामगारों को गोली मारी थी.
वहीं, मुलू में हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी की पहचान शिरमल निवासी आरिफ राशिद वानी के रूप में हुई है. प्रवक्ता ने बताया कि द्राच में मारे गए तीन आतंकवादियों की भांति वानी भी वर्गीकृत आतंकवादी था और वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था. प्रवक्ता ने बताया कि दोनों मुठभेड़ स्थलों से एके सीरिज के चार राइफल, एक पिस्तौल, एके राइफलों की आठ मैगजीन, पिस्तौल की चार मैगजीन और अन्य सामग्री बरामद हुई है.
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