रशीद इंजीनियर की अवामी इत्तिहाद पार्टी भी इस बार के विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही है. अवामी इत्तिहाद पार्टी ने 35 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.अवामी इत्तिहाद पार्टी और जमात-ए-इस्लामी से गंठबंधन है. जमात-ए-इस्लामी समर्थित नौ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. पिछले कुछ सालों से जेल में बंद रशीद इंजीनियर उस समय चर्चा में आ गए, जब जेल में रहते हुए उन्होंने लोकसभा चुनाव में बारामुला सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को दो लाख वोटों से मात दे दी थी.
कहां कहां से चुनाव लड़ रही है अवामी इत्तिहाद पार्टी
अवामी इत्तिहाद पार्टी ने जम्मू कश्मीर की करनाह, त्रेगाम,कुपवाड़ा, लोलाब, हंदवाड़ा, लंगेट,सोपोर,रफियाबाद,उरी, बारामुला, गुलमर्ग,वागूरा क्रीरी,पत्तन, सोनवारी,बांदीपोरा, गुर्रेज(एसटी),गांदरबल, हजरतबल,कन्हार, लाल चौक, जादीबल, सेंट्रल शेल्टांग, बडगाम,बीरवाह, खानसाहिब,चाह-ए-शरीफ,चदूरा,पंपोर, त्राल,पुलवामा,राजपोरा, शोपियां, डीएच पोरा,देवसर,दूरू, कोकरनाग (एसटी), अनंतनाग (पश्चिम) और अनंतनाग सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.
इंजीनियर रशीद कहना है कि वो कश्मीरियों की आवाज को बुलंद करने और कश्मीर की समस्या का समाधान ढूंढने के लिए चुनाव मैदान में हैं.बीजेपी को छोड़ कश्मीर के अन्य दलों ने इंजीनियर रशीद की चुनाव से पहले हुई रिहाई पर सवाल खड़े किए. वो उन्हें बीजेपी का प्रॉक्सी बता रहे हैं.इन दलों ने इसे मुसलमानों का वोट बांटने की योजना बताया था. वहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ खड़ा होने वाले को दोनों बीजेपी का प्रॉक्सी बता देते हैं.
इंजीनियर रशीद की राजनीति
इंजीनियर रशीद ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 2008 में जीता था. वो कुपवाड़ा जिले की लंगेट सीट से विधायक चुने गए थे. उन्होंने 2013 में अवामी इत्तिहाद पार्टी की स्थापना की.वो शुरू से ही कश्मीर समस्या का समाधान ढूंढ़ने पर जोर देते रहे हैं.
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