डोडा में 15 जुलाई को आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद अब सूत्रों के मुताबिक सामने आ रहा है कि डोडा में हमला करने वाले पूर्व पाकिस्तानी सैनिक हो सकते हैं. वो पहाड़ों में छिपने और घात लगाकर हमला करने में माहिर हैं.
जानकारी के मुताबिक पूर्व पाकिस्तानी सैनिक स्पेशल ट्रेनिंग ले चुके हैं. सोमवार को डोडा में हुई मुठभेड़ में एक अफसर समेत 4 जवान शहीद हुए थे. बीते 16 दिनों में सेना के 10 जवान शहीद हो गए हैं. वहीं पहले की तुलना में अब राष्ट्रीय राइफल्स की तैनाती भी कम हो गई है.
ये आतंकी विदेशी मूल के ही है. वह वारफेयर टैक्टिस में ट्रेनेड है. ये आतंकी पहाड़ों में छुपने, घात लगाकर हमला करने में माहिर हैं. माना जा रहा है कि कम राष्ट्रीय राइफल्स की तैनाती की वजह से भी ऐसा हो रहा है. साथ ही हाल के वक्त में प्रादेशिक सेना भी कम है.
15 जुलाई को हुई थी आंतकियों के साथ मुठभेड़
सोमवार रात को करीब नौ बजे आतंकवादियों से सेना के जवानों का सामना हुआ था और इसके बाद भारी गोलीबारी हो गई थी, जो लगभग 20 मिनट तक चली थी. इस गोलीबारी में एक अधिकारी समेत सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे. जानकारी के मुताबिक सभी जवान बुरी तरह घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन मंगलवार सुबह इलाज के दौरान जवानों ने दम तोड़ दिया था. जवानों द्वारा अभी भी आंतकियों को खोजा जा रहा है.