जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के माता वैष्णो देवी मंदिर (Mata Vaishno Devi Mandir) में भगदड़ (Stampede) मचने से 12 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है जबकि 14 श्रद्धालु घायल हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण भगदड़ हुई. ये घटना त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर के गर्भगृह के बाहर हुई. हादसा अहले सुबह करीब 2.45 बजे हुई.
अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ उस समय हुई जब नए साल की शुरुआत के मौके पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वैष्णो देवी भवन में जमा हो गई. वरिष्ठ अधिकारी और श्राइन बोर्ड के प्रतिनिधि मौके पर पहुंच चुके हैं.
वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि भगदड़ में 12 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और कम से कम 14 अन्य घायल हुए हैं. उन्होंने कहा, "सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है." अधिकारी ने कहा कि घायलों में से कई की हालत "गंभीर" बताई जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगदड़ की घटना पर दुख जताया है. उन्होंने उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्रियों जितेंद्र सिंह और नित्यानंद राय से बात की और हालात का जायजा लिया.
भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये और सभी घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने का पीएम मोदी ने ऐलान किया है. उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है. उप राज्यपाल के दफ्तर ने सभी घायलों का इलाज श्राइन बोर्ड की तरफ से कराए जाने का भी ऐलान किया है.
प्रधान मंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी "व्यक्तिगत रूप से इस मामले की निगरानी कर रहे हैं और माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ से उत्पन्न दुखद स्थिति पर नज़र रख रहे हैं."