कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष विकार रसूल वानी ने मगलवार को गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर कांग्रेस के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं.
वानी ने कहा, ‘प्रभावशाली मुख्यमंत्रियों में शुमार रहे आजाद मनगढ़ंत दावा कर रहे हैं कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और तत्कालीन गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने उनकी उस रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की, जिसमें उन्होंने अपने कुछ मंत्रियों के आतंकवादियों के साथ संबंधों के बारे में सूचित किया था.'
कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘आजाद गृह विभाग के प्रमुख थे, उन्हें सेना सहित सुरक्षा एजेंसियों का पूरा सहयोग प्राप्त था क्योंकि वे एकीकृत मुख्यालय के प्रमुख थे. उन्हें उन मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने से किसने रोका था?'
वानी ने कहा कि आजाद के दावों के पीछे की सच्चाई यह है कि वह ‘अपने आकाओं - प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री, आरएसएस और भाजपा - के इशारों पर नाच रहे हैं.'
वानी ने कहा, ‘इसका उद्देश्य कांग्रेस को नुकसान पहुंचाना है. उन्हें हमारी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए यहां भेजा गया है.'
जेकेपीसीसी प्रमुख ने आरोप लगाया कि धारा 370 के निरस्त होने के बाद से जम्मू-कश्मीर में नए राजनीतिक दलों की बाढ़ आ गई है और यह भाजपा के इशारे पर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के मकसद से किया गया है.