"बूंदों की छमछम, नदियों की रवानी, जल है तो कल है..." : गौतम अदाणी ने समझाई जल संरक्षण की अहमियत

दुनियाभर के सामने मौजूद क्लाइमेट चेंज के संकट के बीच उम्मीद का दामन थामे रखने की सलाह देते हुए अदाणी समूह के चेयरमैन ने लिखा, "जलवायु परिवर्तन से जूझ रही दुनिया में किसी परीकथा को नए सिरे से लिखे जाने सरीखे इस वीडियो में उम्मीद और नवीनीकरण की मनोरम कहानी मौजूद है..."

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अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने जीवन के लिए जल की महत्ता को रेखांकित किया है...
नई दिल्ली:

जलवायु परिवर्तन से जुड़े संकटों से जूझ रही दुनिया में जल संरक्षण की खास अहमियत है. जलवायु संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध और लगातार प्रयास कर रहे अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने बुधवार को एक वीडियो शेयर कर जीवन के लिए जल की महत्ता को रेखांकित किया है.

गौतम अदाणी ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर @AdaniFoundation द्वारा पोस्ट किया गया एक वीडियो शेयर कर एक कविता लिखी, और कहा, "बूंदों की छमछम, नदियों की रवानी, जल है तो कल है, यही है जीवन की कहानी..."

गुजरात के कच्छ से राजस्थान के रेगिस्तान तक जल संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए अदाणी फ़ाउंडेशन ने यूट्यूब पर एक वीडियो जारी किया है, जिसे अदाणी समूह के चेयरमैन ने बेहद प्रेरणादायी बताते हुए लिखा, "अगर कोई ऐसा वीडियो है, जिससे मुझे हमेशा प्रेरणा मिलती है, और जिसे बार-बार देखकर भी मैं कभी नहीं थक सकता, तो वह वीडियो यही है... कच्छ स्थित मेरी कर्मभूमि मुंद्रा के रूखे फैलाव से राजस्थान के रेगिस्तान में कवई के रेतीले टीलों तक जलस्तर के संरक्षण के महत्व को हमसे बेहतर कौन समझ सकता है...?"

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गौतम अदाणी ने गर्व की अनुभूति का ज़िक्र करते हुए अदाणी फ़ाउंडेशन का धन्यवाद भी किया, और लिखा, "मेरा दिल फ़ख्र से भर जाता है, जब मैं कवई में कुंजर के जलस्रोतों का चमत्कारी पुनरुद्धार देखता हूं... कुदरत के बेहद शानदार पुनरुत्थान को उजागर करने के लिए @AdaniFoundation का बहुत-बहुत शुक्रिया..."

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अंत में, दुनियाभर के सामने मौजूद क्लाइमेट चेंज के संकट के बीच उम्मीद का दामन थामे रखने की सलाह देते हुए अदाणी समूह के चेयरमैन ने लिखा, "जलवायु परिवर्तन से जूझ रही दुनिया में किसी परीकथा को नए सिरे से लिखे जाने सरीखे इस वीडियो में उम्मीद और नवीनीकरण की मनोरम कहानी मौजूद है..."

गौरतलब है कि मंगलवार को ही अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने जलवायु परिवर्तन के युग में कार्बन उत्सर्जन में कटौती को सबसे ज़रूरी उपाय बताते हुए इसके प्रति समूह की प्रतिबद्धता जताई थी. उन्होंने कहा था, समूह वर्ष 2030 तक 45 गीगावॉट रीन्यूएबल एनर्जी हासिल को लेकर प्रतिबद्ध है, जिसकी मदद से वार्षिक उत्सर्जन में आठ करोड़ टन CO2 के बराबर कटौती करने में मदद मिलेगी. गौतम अदाणी ने X पर लिखी पोस्ट के अंत में भारत और अपने ग्रह पृथ्वी को क्लाइमेट चेंज से जुड़े संकटों से बचाने के प्रति कटिबद्धता जताते हुए लिखा था, "हम सस्टेनेबल देश और ग्रह को साकार रूप देने में अपनी भूमिका निभाने के प्रति समर्पित हैं..."

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(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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