विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन के साथ एक बैठक की.विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नामित एनएसए फिलिप गॉर्डन से भी मुलाकात की. यदि हैरिस जीतती हैं तो वह उनके एनएसए के रूप में काम करेंगे. विदेश मंत्री जयशंकर ने सुलिवन के साथ अपनी मुलाकात के बारे में एक्स पर लिखा, "हमेशा की तरह, द्विपक्षीय सहयोग और वैश्विक राजनीति में अच्छी अंतर्दृष्टि पर एक सार्थक बातचीत हुई."
गॉर्डन के साथ अपनी बैठक के बाद विदेश मंत्री ने एक्स पर एक अलग पोस्ट में लिखा, "हमने द्विपक्षीय संबंधों और विभिन्न वैश्विक विकास पर बातचीत की सराहना की." बैठक के बारे में गॉर्डन ने एक लंबी पोस्ट में कहा, "इस सप्ताह भारत के मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मिलना बहुत अच्छा रहा. हमने अमेरिका-भारत संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति का जायजा लिया, जिसमें हमारे बढ़ते रक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग भी शामिल हैं. हमने भारत-प्रशांत, मध्य पूर्व, यूरोप और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा की."
ब्लिंकन के साथ विदेश मंत्री की बैठक के बारे में, विदेश विभाग ने कहा था कि उन्होंने दोनों देशों की "द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने, क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर बारीकी से समन्वय करने और महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर सहयोग को आगे बढ़ाने की स्थायी प्रतिबद्धता" पर चर्चा की.
वक्तव्य विभाग ने कहा था कि सचिव ब्लिंकन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगस्त में कीव यात्रा का उल्लेख किया और यूक्रेन के लिए न्यायसंगत और स्थायी शांति के महत्व को दोहराया.भारत मॉस्को और कीव के बीच संचार के रास्ते खुले रखने के प्रयास में उनके साथ बात कर रहा है. हालांकि नई दिल्ली ने अपनी भूमिका को कम करने की कोशिश की है, लेकिन इसके प्रयास ध्यान आकर्षित कर रहे हैं और संघर्ष में दोनों पक्षों से बात करने की क्षमता रखने वाले एकमात्र देश के रूप में रुचि पैदा कर रहे हैं. उन्होंने वैश्विक जलवायु संकट से निपटने के लिए स्वच्छ ऊर्जा पहल पर सहयोग बढ़ाने की योजना पर भी चर्चा की