- जयपुर के नामी स्कूल में पढ़ने वाली 9 साल की अमायरा ने बुलिंग और तानों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली.
- अमायरा की मां ने एक साल पहले अपनी बेटी की परेशानियों का ऑडियो रिकॉर्ड कर क्लास टीचर को भेजा था.
- परिवार ने बार-बार स्कूल प्रशासन से शिकायत की, लेकिन स्कूल ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया.
Jaipur Amayra Case Update: "मुझे स्कूल नहीं जाना है, प्लीज मुझे मत भेजो..." जयपुर के नामी स्कूल से कूदने वाली अमायरा ने अपनी मां को रोते हुए यह बात कही थी. अमायरा अपनी मां शिवानी द्वारा रिकॉर्ड की गई एक ऑडियो रिकॉर्डिंग में फफक-फफक कर रोती हुई कहती है. स्कूल में खुदकुशी करने वाली अमायरा के पेरेंट्स ने NDTV से कहा- बार-बार शिकायत के बाद भी स्कूल ने कुछ नहीं किया. मां ने यह ऑडियो रिकॉर्ड किया और अपनी बेटी की क्लास टीचर को भेजा ताकि वह बता सकें कि बच्चे के साथ कुछ ठीक नहीं है. लेकिन, टीचर की तरफ़ से कोई जवाब नहीं आया.
अमायरा की मां के मोबाइल में अब भी बच्ची का ऑडियो
यह वॉट्सऐप पर रिकॉर्ड हुआ एक साल पुराना वाकया है, लेकिन वह चैट अब भी अमायरा की माँ के फोन में मौजूद है. बीते एक साल से, जयपुर के प्रतिष्ठित नीरजा मोदी स्कूल में पढ़ने वाली 9 साल की बच्ची अमायरा के माता-पिता स्कूल के शिक्षकों से लगातार शिकायत कर रहे थे कि कुछ बच्चे उसे चिढ़ाते हैं, ताने मारते हैं और उसका मज़ाक उड़ाते हैं.
मां बोलीं- मैंने स्कूल टीचर से कई बात की, लेकिन वे टालते रहे
लेकिन, माता-पिता का आरोप है कि स्कूल ने कभी इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया. अमायरा की माँ शिवानी कहती हैं- “मैंने क्लास टीचर से बात की, क्लास कोऑर्डिनेटर से भी बीते एक साल में एक नहीं, कई बार बात की. लेकिन वे या तो बात टाल देते या अनदेखा कर देते.”
अमायरा के पिता विजय मीणा बोले- PTM में शर्म से मेरे पीछे छिप गई थी बेटी
अमायरा के पिता विजय मीणा बताते हैं कि एक PTM (Parents Teachers Meeting) के दौरान कुछ बच्चों ने अमायरा और एक अन्य लड़के की ओर इशारा किया. वह कहते हैं कि उनकी बेटी शर्म से उनके पीछे छिप गई थी. उन्होंने उसी वक्त शिक्षक से यह बात उठाई.
अमायरा के पिता विजय मीणा ने कहा, “टीचर ने मुझसे कहा कि यह को-एड स्कूल है, अमायरा को सभी बच्चों से, यहाँ तक कि लड़कों से भी बात करना सीखना चाहिए. मैंने टीचर से कहा — यह मेरी बेटी की अपनी पसंद है कि वह लड़कों से बात करना चाहती है या नहीं.”
बच्चों द्वारा गंदे शब्दों और बुलिंग से परेशान थी अमायरा
माता-पिता शिवानी और विजय मीणा का कहना है कि टीचर ने उन्हें बताया कि अमायरा कुछ बच्चों द्वारा बोले गए “गंदे शब्दों” और बुलिंग से परेशान थी — जिनमें कुछ अशोभनीय इशारे और बातें शामिल थीं. लेकिन, स्कूल ने इस मुद्दे को कभी गंभीरता से नहीं लिया.
माता-पिता के साथ अमायरा.
दूसरे स्कूल में शिफ्ट करने की तैयारी में थे परिजन
शिवानी कहती हैं- “हमने तय किया था कि अगले साल उसे किसी और स्कूल में शिफ्ट कर देंगे. मैंने तो यहाँ के विधायक राजयवर्धन सिंह राठौर से भी बात की थी ताकि मेरी बेटी को सेंट ज़ेवियर्स स्कूल में एडमिशन मिल सके. लेकिन अफसोस, हम समय पर स्कूल नहीं बदल पाए.”
अमायरा के चाचा बोले- हमें जवाब चाहिए
अमायरा के चाचा साहिल कहते हैं, “हमें जवाब चाहिए. स्कूल से यह जानना है कि जहाँ 5000 से ज़्यादा बच्चे पढ़ते हैं, वहाँ बिना सुरक्षा ग्रिल या नेट के छह मंज़िल की इमारत बनाने की अनुमति कैसे मिली? इतनी बड़ी बिल्डिंग में इतनी साधारण सुरक्षा व्यवस्था तक नहीं?
डिप्टी कमिश्नर बोले- सभी बिंदुओं पर होगी जांच
जयपुर के डिप्टी कमिश्नर राजर्षि राज वर्मा ने NDTV को बताया- “हम हर बात को रिकॉर्ड में ले रहे हैं और सत्यापन कर रहे हैं. माता-पिता सदमे में थे, इसलिए तुरंत बात नहीं हो पाई, लेकिन अब उनके सभी बिंदुओं की जांच की जाएगी.”
जयपुर के नामी स्कूल से कूदने वाली बच्ची अमायरा की फाइल फोटो.
जिला शिक्षा पदाधिकारी बोले- परिजनों के बयान होंगे दर्ज
ज़िला शिक्षा अधिकारी रामनिवास शर्मा ने NDTV से कहा- “हमने अभी तक माता-पिता से मुलाकात नहीं की है क्योंकि वे गहरे सदमे में हैं. अगले दो-तीन दिनों में पुलिस की मौजूदगी में माता-पिता के बयान दर्ज किए जाएंगे.”
जहाँ तक “गंदे शब्दों” की बात है, अधिकारी ने कहा- “ऐसी कोई जानकारी अभी तक हमारे संज्ञान में नहीं आई, लेकिन कुछ बच्चों ने यह ज़रूर बताया कि उस दिन अमायरा स्कूल नहीं जाना चाहती थी और कुछ छात्रों ने गाली-गलौज की शिकायत की थी.”
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