आज संसद नहीं जाएंगे धनखड़, घर पर ही रहेंगे; स्वास्थ्य कारणों से दिया इस्तीफा-करीबी सूत्र

जगदीप धनखड़ आज संसद भवन नहीं आएंगे. धनखड़ के क़रीबी सूत्र के मुताबिक, वे आज सदन नहीं जा रहे हैं. धनखड़ आज घर पर ही रहेंगे. जगदीप धनखड़ ने खराब सेहत के चलते उपराष्ट्रपति पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया था.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते अपने पद से इस्तीफा दिया है और पुनर्विचार नहीं कर रहे हैं.
  • धनखड़ ने इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा और तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने की बात कही है.
  • उन्होंने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति पद संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही? हमें बताएं।
नई दिल्‍ली:

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक पद छोड़ने पर सियासी हलचल तेज है. इस बीच जगदीप धनखड़ के करीबी सूत्रों ने साफ किया है कि उन्होंने अपनी सेहत के मद्देनजर ही पद छोड़ा है. उनके मुताबिक वे आज राज्यसभा में भी नहीं जा रहे हैं. वह घर पर ही रहेंगे. इसके साथ ही वह अपने पद छोड़ने के फैसले पर भी पुनर्विचार नहीं कर रहे हैं. राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगदीप धनखड़ का इस्‍तीफा मंजूूर कर लिया है. 

धनखड़ के करीबी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से ही दिया इस्तीफा दिया है. परिवार के लोग चाहते थे कि वह सेहत का ध्यान रखें. नैनीताल में भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. फेयरवेल की कोई बात नहीं है

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सदन की सुबह की कार्यवाही की अध्यक्षता की. उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं. आमतौर पर धनखड़ दिन की शुरुआत में राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करते थे.

Advertisement

क्या है नियम
संविधान में उपराष्ट्रपति का इस्तीफा स्वीकार करने का प्रावधान नहीं है. इस्तीफा देना ही पर्याप्त है. अब वे पूर्व उपराष्ट्रपति हैं.

Advertisement

धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह ‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने'के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं.

Advertisement

धनखड़ के तीन साल के कार्यकाल में राज्यसभा में विपक्षी दलों के साथ उनकी लगातार तकरार हुई, लेकिन अक्सर विवादास्पद मुद्दों पर उनकी तीखी टिप्पणियों ने सरकार को भी कई बार असहज किया. धनखड़ (74) ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Jagdeep Dhankhar Resignation: 'पर्दे के पीछे' धनखड़ के इस्तीफे पर Sanjay Raut का सबसे बड़ा बयान
Topics mentioned in this article