सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर एवं कर्ली टेल्स की संस्थापक कामिया जानी (Kamiya Jani) के श्री जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) में प्रवेश करने को लेकर हुआ विवाद शनिवार को और बढ़ गया. विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इसको लेकर निशाना साधा और एक स्थानीय सांस्कृतिक संगठन ने भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए यहां विरोध प्रदर्शन किया.
मामला बना राजनीतिक मुद्दा
बीजेपी ने नौकरशाह से नेता बने बीजु जनता दल (बीजद) के वीके पांडियन पर जानी को मंदिर में प्रवेश देने के लिए मदद करने और मंदिर पर एक फिल्म बनाने की अनुमति देने का आरोप लगाया, जिसके बाद यह मामला राजनीतिक मुद्दा बन गया.
बीजद ने पांडियन और जानी का बचाव किया
सत्तारूढ़ बीजद ने पांडियन और जानी का बचाव किया है. बीजद सांसद मानस मंगराज ने शुक्रवार को कहा कि श्रीजगन्नाथ मंदिर को लेकर जानी का काम गलत कैसे हो गया, जबकि अयोध्या मंदिर, महाकाल मंदिर और चार धाम पर उनके वीडियो के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी सराहना की थी.
कांग्रेस ने भी ओडिशा सरकार पर साधा निशाना
इस बीच, कांग्रेस ने भी ओडिशा सरकार पर निशाना साधा है. ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष शरत पटनायक और पार्टी की अभियान समिति के अध्यक्ष विजय पटनायक ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि जानी को मंदिर के अंदर ले जाने के लिए पांडियन को किसने कहा था.
महात्मा गांधी मार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया
श्री जगन्नाथ संस्कृति सुरक्षा अभिजन के कार्यकर्ताओं ने करोड़ों भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए यहां महात्मा गांधी मार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया.
सवालों को टाल दिया
कोरापुट की अपनी यात्रा के दौरान, पांडियन ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और "जय जगन्नाथ" कहकर सवालों को टाल दिया.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)