भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने खूनी नाला, रामबन, जम्मू-कश्मीर के पास सुरंग स्थल पर खोज और बचाव अभियान शुरू कर दिया है. गुरुवार रात अचानक हुए भूस्खलन के मलबे में 9 मजदूर फंस गए थे. 15वीं बटालियन ITBP के जवान एक स्निफ़र डॉग के साथ बचाव अभियान में शामिल हो गए हैं. सुरंग एक नई शुरू की गई परियोजना थी और केवल 3 से 4 मीटर की खुदाई की गई थी, तभी रात करीब 10.15 बजे भूस्खलन हुआ, जिसमें वहां काम करने वाले मजदूर फंस गए. भूस्खलन में कई ट्रक, खुदाई करने वाले और अन्य वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. ITBP के जवानों ने अर्थ मूवर्स के फंसे ड्राइवरों और सहायक कर्मचारियों को सुरक्षित बचा लिया.
सुरंग T4 के लिए एक आडिट टनल था जिसका इस्तेमाल एस्केप टनल के रूप में किया जाना था. फंसे हुए 9 में से 5 पश्चिम बंगाल के, 1 नेपाल के, 1 असम के और 2 स्थानीय बताये जा रहे हैं. भूस्खलन में 3 व्यक्ति घायल हो गए थे और जिन्हें पहले बाहर निकाला गया था.
पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति का शव शुक्रवार को मलबे से निकाला गया. अर्थ मूवर्स का इस्तेमाल उस स्थल पर भारी पत्थरों को साफ करने के लिए किया जा रहा है. शाम करीब 4.40 बजे, एक ताजा भूस्खलन और मौके पर बारिश ने बचाव प्रयासों को रोक दिया है। पत्थर गिरने की वजह से कई बार बचाव अभियान रोकना पड़ा है. खूनी नाला, जिसके पास मेकारकोट, रामबन के पास एक सुरंग की खुदाई हो रही थी. उसे पहले भी सड़क हादसों और दुर्घटनाओं में लोगों के हताहत होने के लिए जाना जाता है. इसे कभी-कभी 'किलर रिवलेट' भी कहा जाता है.