भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने पहल करते हुए मेलिनोइस डॉग के प्रशिक्षण, संचालन के लिए आठ महिला जवानों को तैनात किया है. मलिनोईस एक प्रसिद्ध श्वान नस्ल है, जो वामपंथ उग्रवाद से प्रभावित इलाके में तैनात आईटीबीपी के जवानों के साथ सेवाएं देती है और विभिन्न जांच कार्यों के दौरान नागरिकों की भी सुरक्षा करती है.
यह पहली बार है जब केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में ऐसा अभिनव प्रयास किया गया है. इसके साथ ही आईटीबीपी को अब महिला डॉग हैंडलर्स के रूप में तैनात करने वाला देश का प्रथम सीएपीएफ होने का गौरव प्राप्त हुआ है. डॉग के साथ हैंडलर को प्रारंभ से ही चेतावनी देने के लिए काउंटर इंसर्जेंसी ग्रिड में एरिया डोमिनेशन पेट्रोल (एडीपी) के मोर्चे पर रखा जाता है, इसलिए अब यह महिला डॉग हैंडलर्स बल के जवानों के साथ-साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेवाएं देंगी. ये महिलाएं इस भूमिका को तब से पूरी तरह से निभाएंगी जब पंचकुला के पास बेसिक ट्रेनिंग सेंटर भानू में आईटीबीपी नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग्स (एनटीसीडी) से ये मेलिनोइस डॉग पास आउट होंगे. ये मेलिनोइस पप्स - स्पार्क, एक्सल, जुली, चार्ली, रोनी, एनी, मेरी और टफी अभी लगभग 3 माह के हैं.
इन्हें महिला हैंडलर्स टैक्टिकल बेसिक ओबिडिएंस ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके बाद आईटीबीपी दोहरे उद्देश्य वाले इन के9 टीमों को पेट्रोल एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डॉग्स (पी.ई.डी.डी) के रूप में तैनात करेगी. आईटीबीपी भारत और चीन की सीमा सुरक्षा के लिए तैनात एक पर्वतीय प्रशिक्षित बल है.