अयोध्या : अयोध्या में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Ayodhya) को लेकर विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह राजनीति है. इसके जवाब में अयोध्या राम मंदिर के प्रमुख पुजारी अचार्य सत्योंद्र दास ने मंगलवार को कहा है कि यह राजनीति नहीं धर्मनीति है. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा है कि यह राजनीति नहीं धर्मनीति है...कल कांग्रेस के नेता यहां आए थे और हमने सबको सम्मानित किया...हमें किसी पार्टी से मतलब नहीं है...जो यहां आता है उसे हम राम भक्त समझते हैं...हम राजनीति से परे हैं..."
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गौरतलब है कि श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा. इस बीच, इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए विपक्षी दल इसके समय को लेकर भाजपा पर सवाल उठा रहे हैं.
मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले मंगलवार को वैदिक अनुष्ठान शुरू होने पर, आचार्य दास ने कहा, "अनुष्ठान शुरू हो गया है. सभी प्रक्रियाएं आचार्यों द्वारा की जाएंगी और बाद में 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी.
उन्होंने कहा "राम लला की मूर्ति की स्थापना के बाद, 'पूजा' की जाएगी और मूर्ति को स्नान कराया जाएगा. बाद में, राम लला को 'मुकुट' और 'कुंडल' से सजाया जाएगा, उसके बाद 'आरती' होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. समारोह के लिए व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं. लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में पुजारियों की एक टीम 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान करेगी.