Pakistani Spy Arrested by Delhi Police: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोगों के खिलाफ सुरक्षा बलों ने चौकसी बढ़ा दी है. हिसार हरियाणा से शुरू हुए जासूसों की गिरफ्तारी का सिलसिला राजस्थान, महाराष्ट्र होते हुए अब दिल्ली तक आ पहुंचा है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान कासिम के रूप में हुई है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पाकिस्तान में ट्रेनिंग तक ले चुका है.
बताया गया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने NCR से लगे मेवात के डींग से कासिम को गिरफ्तार किया है. कासिम पाकिस्तान जा चुका है. ट्रेनिंग भी ले चुका है. शुरुआती जानकारी के अनुसार कासिम सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी ISI को देता था. हालांकि, ज्योति मल्होत्रा वाले केस से कासिम का कनेक्शन नहीं है.
कासिम का भाई ISI का एजेंट, जो फरार
कासिम का भाई ISI का एजेंट था, जो फरार चल रहा है. कासिम पिछले साल पाकिस्तान गया था और एक महीने वहां पर रुका था. इस एक महीने में उसने ISI के लिए जासूसी की ट्रेनिंग पाकिस्तान में ली थी. वो तीनों सेना से जुड़ी जानकारियां दे रहा था. उसे ISI ने काफी बारीकी से ट्रेनिंग दी थी. उससे कहा गया था कि अगर किसी सैन्य ठिकाने की फोटो लेना और वहां की गतिविधियों की नजर रखनी है.
राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला है कासिम
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कासिम की गिरफ्तारी से जुड़ी जानकारी देते हुे कहा कि 29 मई 2025 को एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी कर रहा था. आरोपी का नाम कासिम है और ये राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है.
जांच एजेंसी की नजर में कैसे आया कासिम
पुलिस को पिछले साल सितंबर 2024 में जानकारी मिली थी कि कुछ भारतीय मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के ऑपरेटिव्स भारत में जासूसी के लिए कर रहे हैं. ये सिम कार्ड भारत से पाकिस्तान भेजे जा रहे थे, और इन्हीं नंबरों के जरिए व्हाट्सएप पर भारतीय लोगों से संपर्क कर गोपनीय जानकारी ली जा रही थी. खासकर सेना और अन्य सरकारी विभागों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां.
दो बार पाकिस्तान जा चुका कासिम, ISI के लोगों से भी हुई मुलाकात
जांच के दौरान कासिम का नाम सामने आया. पता चला कि वो दो बार पाकिस्तान जा चुका है. पहली बार अगस्त 2024 में और दूसरी बार मार्च 2025 में. वहां वो करीब 90 दिन तक रुका और इस दौरान उसकी मुलाकात पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लोगों से भी हुई.
दिल्ली पुलिस ने कहा- मामला गंभीर, जांच जारी
इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और फिलहाल कासिम पुलिस रिमांड में है. स्पेशल सेल की टीम अब उससे पूछताछ कर रही है, ताकि इस जासूसी रैकेट में शामिल बाकी लोगों का भी पर्दाफाश किया जा सके. दिल्ली पुलिस का कहना है कि ये मामला बेहद गंभीर है और इससे देश की सुरक्षा को सीधा खतरा हो सकता था. आगे की जांच जारी है.
राजस्थान से सरकारी कर्मी जासूसी के आरोप में पकड़ा गया
इससे पहले राजस्थान के जैसलमेर जिले से एक सरकारी कर्मचारी को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के संदेह में पकड़ा गया है. आरोपी कांग्रेस की पूर्व सरकार में मंत्री शाले मोहम्मद के निजी सहायक के रूप में काम करता था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जैसलमेर के जिला रोजगार कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ) के पद पर कार्यरत शकूर खान के मोबाइल में पाकिस्तान के कुछ फोन नंबर ‘सेव' मिले हैं.
खुफिया इकाई के सूत्रों ने बताया कि शकूर खान 2011 में अपने रिश्तेदारों से मिलने और धार्मिक स्थल पर जाने के लिए सात बार पाकिस्तान जा चुका है. आरोप है कि खान जैसलमेर से सुरक्षा संबंधी जानकारियां साझा करता था. जयपुर में केंद्रीय खुफिया एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं.
महाराष्ट्र के ठाणे से भी जासूसी के आरोप में एक गिरफ्तार
गुरुवार को ही महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में ठाणे से 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. अधिकारी ने बताया कि आरोपी मुंबई स्थित एक अहम संगठन के लिए काम करता था. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी एजेंट ने महिला बनकर फेसबुक पर आरोपी के साथ दोस्ती की थी. वहीं, पुलिस ने 2 और लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. अभी आरोपियों के नाम का खुलासा नहीं किया है.
हिसार से शुरू हुई जासूसों की धरपकड़
मालूम हो कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान से संपर्क रखने वाले लोगों पर नजर रखनी शुरू की. जिसके बाद हिसार हरियाणा से यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसी बीच वाराणसी से भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
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