योगी सरकार में बगावत की आहट, दिल्ली दरबार में हाजिर होंगे असंतुष्ट मंत्री, क्या है नाराजगी की वजह?  

लखनऊ से दिल्ली तक के सियासी गलियारों में यह चर्चा चल रही है कि क्या योगी आदित्यनाथ सरकार के दो मंत्री बगावत पर उतर आए हैं. सूत्रों के मुताबिक, योगी सरकार के दो मंत्री -- पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद और जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटिक  – नाराज चल रहे हैं. जितिन प्रसाद के तो दिल्ली पहुंचने की खबर भी है. जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटिक के तो इस्तीफ़े की ख़बर आ रही है.

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योगी सरकार के दो मंत्री नाराज चल रहे हैं.

लखनऊ:

लखनऊ से दिल्ली तक के सियासी गलियारों में यह चर्चा चल रही है कि क्या योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath)  सरकार के दो मंत्री बगावत पर उतर आए हैं. सूत्रों के मुताबिक, योगी सरकार के दो मंत्री -- पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद(Jitin Prasad)  और जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटिक( Dinesh Khatik)  – नाराज चल रहे हैं. जितिन प्रसाद के तो दिल्ली पहुंचने की खबर भी है. जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटिक के तो इस्तीफ़े की ख़बर आ रही है. खटिक की नाराजगी की वजह यह है कि मंत्री होने के बावजूद उन्हें किसी तरह का काम नहीं दिया जा रहा है. खटिक के भी दिल्ली पहुँच कर अमित शाह (Amit Shah)  से मिलने की ख़बर है.

दिल्ली में जितिन प्रसाद गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे. उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (PWD) में हुए तबादलों में धांधली को लेकर यूपी सरकार ने एक्शन लेते हुए दोषियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. सीएम योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के बाद कई अधिकारियों पर गाज गिरी है. सीएम के आदेश पर PWD के पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. जितिन प्रसाद के OSD को हटा दिया गया था. जितिन प्रसाद के OSD अनिल कुमार पांडे पर जांच भी बैठाई गई है.

गौरतलब है कि जितिन प्रसाद के काफी करीबी हैं अनिल पांडेय. जितिन प्रसाद उन्हें अपना OSD बनाकर दिल्ली से लखनऊ लाए थे. 

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​​​​​​​जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक अपने विभाग के वरिष्ठ मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से नाराज चल रहे हैं. उनके इस्तीफे की भी खबर आई. लेकिन सरकार ने ये खबर खारिज कर दिया है. मंगलवार को खटीक कैबिनेट मीटिंग में शामिल हुए. इसके बाद खबर है कि वो सरकारी गाड़ी छोड़ कर मेरठ अपने घर चले गए. खबर तो यह भी है कि जलशक्ति विभाग में तबादले की उनकी सिफारिश नहीं सुनी गई और काम का स्पष्ट बंटवारा न होने से उनके पास करने को कुछ है नहीं.

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