QUAD से खतरनाक SQUAD? चीन को चित करने के नये मोर्चा में भारत की क्या भूमिका

QUAD SQAD And South China Sea: SQUAD में अगर भारत शामिल हुआ, तो ये चीन के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है, लेकिन सवाल ये है कि क्या भारत इस ग्रुप का हिस्सा बनेगा?

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

QUAD SQAD And South China Sea: भारत की नेवी इंडियन ओशन रीजन में एक बड़ा प्लेयर है.

QUAD SQAD And South China Sea: साउथ चाइना सी में एक ऐसा तूफ़ान खड़ा होने वाला है, जो शायद पूरी दुनिया की तस्वीर बदल दे! चीन की दादागिरी को रोकने के लिए एक नया गेमप्लान तैयार हो रहा है. QUAD तो आपने सुना होगा, लेकिन अब SQUAD बनने जा रहा है… और ये QUAD से भी ज़्यादा खतरनाक साबित हो सकता है! क्या है ये SQUAD? कौन-कौन इसमें शामिल होगा? और कैसे ये चीन को चित करने की तैयारी में है? 

(साउथ चाइना सी की तस्वीर)

साउथ चाइना सी… ये नाम सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता है? समंदर, मछलियां, ट्रेड रूट्स… या फिर वो टेंशन जो पिछले कई सालों से बढ़ती जा रही है? ये इलाका सिर्फ एक समंदर नहीं है, बल्कि एक ऐसा जंग का मैदान है, जहां हर साल 3 ट्रिलियन डॉलर से ज़्यादा का ट्रेड होता है. और इस इलाके पर कब्ज़ा करने की होड़ में सबसे आगे है… चीन! लेकिन अब फिलीपींस ने एक ऐसा दांव खेला है, जो चीन को बैकफुट पर ला सकता है. तो क्या है ये पूरा माजरा? और इसमें भारत का क्या रोल होने वाला है? चलिए समझने की कोशिश करते हैं!

सबसे पहले बात करते हैं चीन की. चीन ने साउथ चाइना सी में जो किया है, वो किसी जादू से कम नहीं है. लेकिन ये जादू अच्छा नहीं, बल्कि खतरनाक है! इसने समंदर के बीच में आर्टिफिशियल आइलैंड्स बना डाले हैं. मिसाल के तौर पर मिसचीफ रीफ की बात करें, जहां चीन ने 2.7 किलोमीटर लंबा रनवे बना दिया. और सिर्फ रनवे ही नहीं, वहां एयर डिफेंस सिस्टम्स और मिसाइल्स भी तैनात कर दिए. अब सवाल ये है कि ऐसा क्यों? जवाब सीधा है – कंट्रोल! चीन चाहता है कि साउथ चाइना सी पर उसकी बादशाहत हो. वो ऐसा दावा करता है, जो इंटरनेशनल लॉ के खिलाफ है. 2016 में UN कोर्ट ने भी चीन के दावों को खारिज कर दिया था, लेकिन चीन ने उसकी एक नहीं सुनी. अब वो अपनी 370 वॉरशिप्स और सबमरीन्स के साथ साउथ चाइना सी में दादागिरी दिखा रहा है, लेकिन अब खेल पलटने वाला है!

SQUAD क्या है?

(साउथ चाइना सी की तस्वीर)

अब बात करते हैं SQUAD की. तो SQUAD है क्या? ये एक अनऑफिशियल ग्रुप है, जिसमें अभी तक US, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फिलीपींस शामिल हैं. इन चारों देशों ने मिलकर पिछले एक साल से साउथ चाइना सी में जॉइंट मरीन एक्टिविटीज़ शुरू की हैं. मतलब, जॉइंट एक्सरसाइज़, इंटेलिजेंस शेयरिंग और ऑपरेशन्स.  लेकिन अब फिलीपींस के आर्मी चीफ जनरल रोमियो ब्रॉनर ने कुछ बड़ा कहा है. वो चाहते हैं कि इस SQUAD में भारत और साउथ कोरिया भी शामिल हों. जनरल ब्रॉनर ने दिल्ली में रायसीना डायलॉग के दौरान कहा, 'हमें भारत के साथ काम करना चाहिए, क्योंकि हमारा एक कॉमन दुश्मन है – और वो है चीन!'

Advertisement

भारत क्यों है जरूरी?

अब सवाल ये कि भारत को क्यों बुलाया जा रहा है? भारत की नेवी इंडियन ओशन रीजन में एक बड़ा प्लेयर है. इंडियन नेवी चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने साफ कहा है – 'हमारी नेवी हर जगह डिप्लॉय है. हमें पता है कि इंडियन ओशन में कौन क्या कर रहा है.'  चीन की नेवी भले ही दुनिया की सबसे बड़ी हो, लेकिन भारत अपनी स्ट्रैटेजिक पोजीशन और नेवी की ताकत से उसे टक्कर दे सकता है. और फिलीपींस ये बात अच्छे से समझता है. इसलिए वो चाहता है कि भारत इस SQUAD का हिस्सा बने और मिलकर चीन को जवाब दिया जाए.

Advertisement

QUAD बनाम SQUAD

अब आपके दिमाग में एक सवाल होगा कि QUAD तो पहले से है, फिर SQUAD की क्या ज़रूरत? देखिए, QUAD यानी US, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का ग्रुप, वो ज़्यादा डिप्लोमैटिक और स्ट्रैटेजिक है. लेकिन SQUAD का फोकस है मिलिट्री! ये ग्रुप जॉइंट ऑपरेशन्स, डिटर्रेंस और इंटेलिजेंस शेयरिंग पर काम करेगा. और अगर इसमें भारत और साउथ कोरिया जैसे देश जुड़ गए, तो ये ग्रुप QUAD से भी ज़्यादा पावरफुल हो सकता है. क्योंकि ये सीधा चीन की नेवी को चैलेंज करेगा. तो साउथ चाइना सी में एक बड़ा खेल होने वाला है. SQUAD में अगर भारत शामिल हुआ, तो ये चीन के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है, लेकिन सवाल ये है कि क्या भारत इस ग्रुप का हिस्सा बनेगा? और अगर हां, तो क्या ये वाकई QUAD से ज़्यादा खतरनाक साबित होगा? 

Advertisement