- इंटरपोल ने 40 देशों के सहयोग से अप्रैल से अगस्त 2025 तक ऑपरेशन हेची VI में 439 मिलियन डॉलर की राशि बरामद की.
- इस ऑपरेशन में साइबर अपराधों जैसे वॉइस फ़िशिंग, रोमांस स्कैम और मनी लॉन्ड्रिंग पर विशेष ध्यान दिया गया.
- 68000 से अधिक बैंक खाते और 400 क्रिप्टो वॉलेट ब्लॉक किए गए, 16 मिलियन डॉलर संदिग्ध अवैध धन जब्त किया गया.
इंटरपोल (INTERPOL) ने 40 देशों के साथ मिलकर एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई में 439 मिलियन डॉलर बरामद किए हैं. इसमें 342 मिलियन डॉलर सरकारी पैसा और 97 मिलियन डॉलर नकदी और वर्चुअल संपत्ति शामिल है. ऑपरेशन हेची VI (Operation HAECHI VI) के तहत ये करवाई की गई. ये ऑपरेशन अप्रैल से अगस्त 2025 तक चलाया गया.
क्यों चला इंटरपोल का चाबुक?
इंटरपोल की इस कार्रवाई का लक्ष्य दुनिया भर में बढ़ रहे साइबर अपराधों पर लगाम लगाना था. ये सात तरह के साइबर-आधारित वित्तीय अपराधों पर फोकर रहा. इंटरपोल की कार्रवाई में पुलिस और जांच एजेंसियों ने मिलकर 68,000 से ज्यादा बैंक खातों को ब्लॉक किया. लगभग 400 क्रिप्टो वॉलेट फ्रीज किए. इसके अलावा 16 मिलियन डॉलर संदिग्ध अवैध पैसा जो इस तरह से अपराध से कमाया गया, वो क्रिप्टो वॉलेट से बरामद हुआ.
- वॉइस फ़िशिंग
- रोमांस स्कैम
- ऑनलाइन सेक्स्टॉर्शन
- निवेश धोखाधड़ी
- अवैध ऑनलाइन जुआ से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग
- बिज़नेस ईमेल कॉम्प्रोमाइज
- ई-कॉमर्स फ्रॉड
इन देशों में सबसे ज्यादा करवाई
- फिलीपींस: फिलीपीन ऑफशोर गेमिंग ऑपरेटर (POGO) से जुड़े कई मामलों की जांच.
- मकाऊ, चीन: मोबाइल और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के खिलाफ छापेमारी.
- ब्राज़ील: इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग फ्रॉड को रोकने के लिए ऑपरेशन.
- पुर्तगाल: समाजिक सुरक्षा फंड्स से चोरी करने वाले गिरोह को तहस-नहस किया. इस दौरान 45 आरोपी गिरफ्तार, 228,000 यूरो बरामद.
- थाईलैंड: बिज़नेस ईमेल स्कैम से 6.6 मिलियन डॉलर की चोरी रोकी.
- मलेशिया: स्कैम गिरोह से दर्जनों लैपटॉप और सिम कार्ड जब्त.
- कोरिया: दुबई लिंक- धोखाधड़ी से चोरी की गई 6.6 बिलियन कोरियन रुपये (लगभग 3.91 मिलियन डॉलर) रकम को I-GRIP सिस्टम के ज़रिए रोका और लौटाया गया.
इंटरपोल के फाइनेंशियल क्राइम एंड एंटी करप्शन सेंटर के डायरेक्टर थेओस बैडेगे ने कहा कि बहुत लोग सोचते हैं कि फ्रॉड और स्कैम से खोया पैसा वापस नहीं मिलता. लेकिन HAECHI ऑपरेशन दिखाता है कि ऐसा संभव है. यह वैश्विक सहयोग का बेहतरीन उदाहरण है. इस ऑपरेशन में अल्बानिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, भारत, जर्मनी, जापान, मलेशिया, फिलीपींस, पुर्तगाल, सिंगापुर, थाईलैंड, यूएई, अमेरिका समेत कुल 40 देश शामिल थे.