छोटी बचत पर ब्याज दर में कटौती की गई है. सरकार ने बुधवार को घोषणा की है कि छोटी जमाओं पर भी वार्षिक ब्याज दर 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी करने का फैसला लिया गया है. पर्सनल प्रोविडेंट फंड यानी PPF की ब्याज दर भी 7.1 से कम करके 6.4 प्रतिशत वार्षिक कर दिया गया है. एक साल की अवधि के जमा पर ब्याज दर को 5.5% से काम करके 4.4% (तिमाही/quarterly) कर दिया गया है. इसी क्रम में सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के तहत ब्याज दर 7.4% से कम करके 6.5% (तिमाही/ quarterly) कम दिया गया है.
1 अप्रैल से राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र यानी नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 5.9 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना पर 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए 5 वर्ष की बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटा कर 6.5 फीसदी कर दी गई है. वरिष्ठ नागरिकों को इन योजनाओं में हर तिमाही में ब्याज का भुगतान किया जाता है. किसान विकास पत्र (KVP) पर भी ब्याज दर घटा कर 6.2 फीसदी कर दी गई है.
डाकघर की बचत जमाओं पर ब्याज दर घटा कर 3.5 प्रतिशत कर दी गई है, जबकि एक से पांच साल की अवधि की जमा राशि पर ब्याज दर 4.4-5.1 प्रतिशत होगी, जिसका भुगतान तिमाही में किया जाएगा है और पांच वर्षीय आवर्ती जमा पर ब्याज दर 5.8 प्रतिशत होगी.
गौरतलब है कि इससे पहले सरकार ने जनवरी-मार्च 2021 की तिमाही के लिये पीपीएफ और एनएससी सहित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था. कर्मचारी भविष्य निधि (PPF) और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) के लिए वार्षिक ब्याज दरें क्रमशः 7.1 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत पर कायम रखी गई थीं. छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को वित्त मंत्रालय द्वारा तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जाता है.
पिछले एक वर्ष में यह दूसरा मौका है जब सरकार ने छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दर में कटौती की है. 2020-21 के अप्रैल-जून तिमाही में सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 70-140 आधार अंक (bps) (100 bps = 1 per cent) की कटौती की थी.