- इंडिगो ने लगभग नौ हजार अटके हुए लगेज बैग में से आधे बैग यात्रियों को लौटा दिए हैं
- कंपनी ने एक से सात दिसंबर के बीच यात्रियों को 569.65 करोड़ रुपये का रिफंड दिया है
- इंडिगो वर्तमान में प्रतिदिन 1800 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही है
इंडिगो क्राइसिस अब धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ रही है. जहां एक तरफ रद्द होने वाली उड़ानों की संख्या में कमी आई है, वहीं दूसरी तरफ कंपनी ने रिफंड और यात्रियों के अटके हुए सामान लौटाने शुरू कर दिए हैं. इस संकट में 9 हजार के करीब यात्रियों के लगेज बैग अटक गए थे, जिसमें से करीब 4500 यानी आधे बैग लौटा दिए हैं. वहीं, कंपनी ने बाकी बचे हुए सभी लगेज बैग को 36 घंटे में वापस कर देने का टारगेट बनाया है.
- अटके हुए बैग: 9,000
- यात्रियों को लौटाए गए बैग: 4500
- बाकि बैग अगले 36 घंटों के अंदर यात्रियों को लौटा दिए जाएंगे
रिफंड की स्थिति
रद्द हुई उड़ानों के लिए इंडिगो ने यात्रियों को बड़ी मात्रा में रिफंड जारी किया है. 1 से 7 दिसंबर 2025 के पीरियड में 5.86 लाख पीएनआर रद्द हुए, जिनके लिए यात्रियों को 569.65 करोड़ रुपये वापस किए गए हैं. वहीं कुल रिफंड की बात करें तो 21 नवंबर अब तक कुल 9.55 लाख पीएनआर रद्द हुए हैं, जिन पर एयरलाइन ने 827 करोड़ रुपये का रिफंड दिया है.
अब कैसी है स्थिति
इंडिगो आज, 8 दिसंबर के दिन अपनी सेवाओं को सामान्य करने की दिशा में काम कर रही है, हालांकि अभी भी पूरी तरह सामान्य स्थिति नहीं आई है. कंपनी ने 8 दिसंबर के दिन 1802 उड़ानें चलाने की योजना बनाई है, जिसमें लगभग 500 उड़ानें रद्द रहेंगी. वहीं, एयरलाइन 138 में से 137 डेस्टिनेशन पर अपनी उड़ानें संचालित कर रही है. इंडिगो ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है. कंपनी का कहना है कि CMG दिन-रात काम कर रहा है ताकि जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल की जा सके.
संसद में उठा इंडिगो का मुद्दा
बता दें कि इंडिगो संकट का मु्द्दा संसद में भी गहराया रहा. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने राज्यसभा में सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि सरकार एयरलाइन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी ताकि दूसरी कंपनियों के लिए उदाहरण पेश किया जा सके.













