पहलगाम हमले ने देश को झकझोर दिया है. सरकार आतंकवाद की कमर तोड़ने पर काम कर रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इसकी घोषणा कर दी है. विदेशी राजनयिकों को सरकार सारी घटना की जानकारी दे चुकी है. राष्ट्रपति को भी सभी मामलों से अवगत कराया जा चुका है और आखिरी कड़ी के रुप में अब राजनीतिक दलों को भी इस मु्द्दे पर एकजुट करने के लिए सरकार ने सर्वदलीय बैठक की.
इसमें गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीरीजू भी शामिल हुए. शाम 6 बजे से शुरू हुई इस बैठक में कांग्रेस की तरफ से इसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी शामिल हुए. ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से सुदीप बंदोपाध्याय , सपा की तरफ से रामगोपाल यादव, लालू यादव की पार्टी आरजेडी की तरफ से प्रेम चंद गुप्ता, आम आदमी पार्टी की तरफ से संजय सिंह और टीडीपी की तरफ से कृष्ण देव रायुलु शामिल हुए.
- संसद में हुई सर्वदलीय बैठक
- 12 से ज्यादा पार्टी के सांसद मीटिंग में हुए शामिल
सरकार कोई भी एक्शन ले, हमारा सपोर्ट: राहुल गांधी
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर चल रही संसद में चल रही सर्वदलीय बैठक समाप्त हो गई है. यह बैठक करीब दो घंटे तक चली. इस बैठक के बाद संसद से बाहर आए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बताया कि बैठक में सभी दलों ने इस हमले की निंदा की. विपक्ष पूरी तरह से सरकार के साथ है. इस मामले में सरकार कोई भी एक्शन लें, विपक्ष सरकार के साथ हैं.
IB के अधिकारियों ने बताया कि कहां हुई चूक
सवर्दलीय बैठक में सभी दलों के नेताओं ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. बैठक में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी सांसदों को ब्रीफ किया की चूक कहां हुई और किस परिस्थिति में यह आतंकी हमला हुआ. बताया गया कि पहलगाम में जहां यह हमला हुआ वहां पहुंचने में करीब ढाई घंटे लगते हैं.
TMC सासंद ने उठाए सवाल
पहलगाम आतंकी हमले पर संसद में हुई सर्वदलीय बैठक में टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संदीप ने बैठक में कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में केंद्र के साथ हैं. देश को एकजुट होकर इससे लड़ना चाहिए. प्रधानमंत्री को सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख के साथ बैठक।करनी चाहिए. इतने महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल पर सुरक्षा बल क्यों नहीं तैनात थी ? बीजेपी इसका सांप्रदायीकरण क्यों कर रही है?