अगर गर्मियों की छुट्टियों में बाहर घूमने का प्लान कर रहे हैं तो रिजर्वेशन का टोटा पड़ेगा. टिकट मिलने में समस्या आएगी. दरअसल, कोयले की ढुलाई के लिए ट्रेनों के करीब 1100 फेरे (ट्रिप्स) रद्द कर दिए गए हैं. मालगाड़ी को ट्रैक खाली मिलेगा तो ट्रेन जल्दी पहुंचेगी. रेलवे ने रद्द होने वाली ट्रेनों की संख्या बड़ा दी है. 24 मई तक क़रीब 1100 ट्रिप्स रद्द रहेंगी. मेल एक्सप्रेस के 500 फेरे रद्द हुए हैं. पैसेंजर ट्रेनों के 580 फेरे रद्द हुए हैं. इसमें Northern और SECR जोन की ट्रेनें शामिल हैं. ये इसलिए किया गया है ताकि कोयले की आपूर्ति सही से हो और बिजली की कमी न पड़े. इससे पहले भारतीय रेलवे ने ट्रेनों के करीब 650 फेरे (ट्रिप्स) रद्द किए थे. समय के साथ-साथ रेलवे ट्रेनों के रद्द ट्रिप्स का सिलसिला बढ़ा रहा है.
भाषा में छपी खबर के मुताबिक- रेलवे ने विभिन्न बिजली संयंत्रों में कोयले की ढुलाई के लिए अपने 86 प्रतिशत खुले वैगनों को तैनात किया है. देश में बिजली संकट से निपटने के लिए ऐसा किया गया है. उन्होंने कहा कि रेलवे 1,31,403 बॉक्सएन या खुले वैगनों के अपने बेड़े में से 1,13,880 का इस्तेमाल कोयला परिवहन के लिए कर रहा है. उन्होंने बताया कि कोयला और बिजली मंत्रालयों की सलाह से रेलवे द्वारा तैयार की गई योजना के तहत यह फैसला किया गया. आंकड़ों से पता चलता है कि रेलवे के पास लगभग 3,82,562 वैगन हैं, जिनमें से 1,31,403 खुले वैगन हैं। इनमें से 3,636 को 2 मई तक मरम्मत की आवश्यकता थी.
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