अंतरिक्ष में उड़ान भरने को तैयार हैं भारतीय मूल की सिरिशा बांदला, दादा बोले- वो बहुत बहादुर है

11 जुलाई को अंतरिक्ष में उड़ान भरने वालीं भारतीय मूल की एरोनॉटिकल इंजीनियर सिरिशा बांदला (Sirisha Bandla) के दादा डॉक्टर रगैया ने कहा कि वह बेहद बहादुर हैं, निर्णय लेने में मजबूत हैं और शुरू से ही आसमान से मोहित रही हैं.

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सिरिशा बांदला पांच लोगों के साथ अंतरिक्ष में जाएंगी.
गुंटूर:

11 जुलाई को अंतरिक्ष में उड़ान भरने वालीं भारतीय मूल की एरोनॉटिकल इंजीनियर सिरिशा बांदला (Sirisha Bandla) के दादा डॉक्टर रगैया ने कहा कि वह बेहद बहादुर हैं, निर्णय लेने में मजबूत हैं और शुरू से ही आसमान से मोहित रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि वह चाहते हैं कि सिरिशा सही सलामत पृथ्वी पर लौटे. डॉक्टर रगैया ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं. सिरिशा का शुरूआत से ही आसमान के प्रति लगाव रहा है. अब वो पांच अन्य लोगों के साथ अंतरिक्ष में जा रही है. वो बहादुर और फैसले लेने में सक्षम है.'

सिरिशा बांदला का परिवार आंध्र प्रदेश का रहने वाला है. गुंटूर जिले के निवासी डॉक्टर रगैया ने रविवार को न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, 'मैं अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ, उनकी यात्रा पूरी होने के बाद धरती पर सफल और सुखद वापसी की कामना करता हूं.'

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सिरिशा बांदला वर्जिन गेलेक्टिक के VSS यूनिटी में सवार 6 अंतरिक्ष यात्रियों में से एक होंगी. यह 11 जुलाई को वर्जिन गेलेक्टिक के संस्थापक रिचर्ड ब्रैनसन के साथ न्यू मैक्सिको से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाला है.

बताते चलें कि तेलुगू मातृभाषा से ताल्लुक रखने वालीं सिरिशा बांदला हॉसटन में पली-बढ़ी हैं. सिरिशा के साथ इस टीम में शामिल दूसरी महिला का नाम बेश मॉसिस है. सिरिशा ने ट्विटर के माध्यम से भी अपनी खुशी जाहिर की. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ट्विटर पर सिरिशा की तस्वीरें शेयर करते हुए कहा कि उन्होंने सभी भारतीयों को गौरवान्वित किया है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)