भारत और ब्रिटेन के बीच आठवां संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अजेय वॉरियर-25' सोमवार को राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आरंभ हुआ. यह 14 दिवसीय द्विपक्षीय युद्धाभ्यास 17 से 30 नवंबर तक चलेगा.अभ्यास में दोनों देशों की सेनाओं के 240 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं. इसमें भारत और ब्रिटिश सेनाओं का समान प्रतिनिधित्व है. भारतीय दल का नेतृत्व सिख रेजिमेंट के सैनिक कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र के दिशानिर्देशों के अनुरूप आयोजित इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य अर्ध-शहरी इलाकों में आतंक विरोधी अभियानों की अभिसंचालन क्षमता बढ़ाना है. इसमें ब्रिगेड स्तर पर संयुक्त मिशन योजना, सिमुलेशन-आधारित परिदृश्य, तथा कंपनी-स्तरीय मैदानी संचालन शामिल हैं, जो सैनिकों को वास्तविक ऑपरेशनों जैसी परिस्थितियों में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं.
‘अजेय वॉरियर' श्रृंखला का आयोजन 2011 से प्रत्येक दो साल में होता आ रहा है. भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच पिछला संयुक्त सैन्य अभ्यास "अजेय वारियर-23" का सातवां संस्करण 2023 में यूनाइटेड किंगडम के सैलिसबरी प्लेन्स में आयोजित किया गया था. यह अभ्यास दोनों देशों की सेनाओं के बीच पारस्परिक सहयोग, संयुक्त संचालन क्षमता और वैश्विक शांति के प्रति साझा संकल्प को सुदृढ़ करता है.
भारत और ब्रिटेन की सेनाएं नियमित रूप से संयुक्त अभ्यास, पेशेवर संवाद और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से परस्पर सहयोग को आगे बढ़ाती हैं. ‘अजेय वॉरियर' जैसे युद्धाभ्यास जटिल अभियानों में समन्वित प्रतिक्रिया क्षमता, तकनीकी परस्परता और सामरिक कौशल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. आज दोनों देशों के रक्षा संबंध केवल सैन्य सहयोग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि तकनीकी साझेदारी, प्रशिक्षण आदान–प्रदान और रणनीतिक संवाद तक विस्तृत हैं, जो क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक स्थिरता को मजबूती प्रदान करते हैं.














