जब भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मंच G20 की अध्यक्षता कर रहा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने "इंसानियत की संपूर्ण भलाई के लिए मूलभूत सोच बदलने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि "भारत की एक साल की G20 अध्यक्षता समग्र, महत्वकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुख होगी" भारत की G20 की अध्यक्षता आज से शुरू हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, आज जी20 की अध्यक्षता की शुरुआत करते हुए कुछ विचार लिखे हैं कि आने वाले साल में हम कैसे वैश्विक कल्याण के लिए समग्र, महत्वकांक्षी, कार्योन्मुख और निर्णायक एजेंडे के आधार पर काम करेगा. भारत का ध्यान आतंकवाद से लड़ने और आर्थिक मंदी और पर्यावरण बदलाव जैसी वैश्विक चुनौतियों से लड़ने में "एकजुटता" लाने पर रहेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 की अध्यक्षता के अवसर अपने विचार साझा करते हुए लिखा, "हमारी परिस्थितियां ही हमारी मानसिकता को आकार देती हैं. पूरे इतिहास के दौरान मानवता का जो स्वरूप होना चाहिए था, उसमें एक प्रकार की कमी दिखी. हम सीमित संसाधनों के लिए लड़े, क्योंकि हमारा अस्तित्व दूसरों को उन संसाधनों से वंचित कर देने पर निर्भर था. विभिन्न विचारों, विचारधाराओं और पहचानों के बीच, टकराव और प्रतिस्पर्धा को ही जैसे आदर्श मान बैठे."
प्रधानमंत्री आगे कहते हैं, "दुर्भाग्य से, हम आज भी उसी शून्य-योग की मानसिकता में अटके हुए हैं. हम इसे तब देखते हैं, जब विभिन्न देश, क्षेत्र या संसाधनों के लिए आपस में लड़ते हैं. हम इसे तब देखते हैं, जब आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को हथियार बनाया जाता है. हम इसे तब देखते हैं, जब कुछ लोगों द्वारा टीकों की जमाखोरी की जाती है, भले ही अरबों लोग बीमारियों से असुरक्षित हों."
प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि भारत की G-20 की अध्यक्षता दुनिया में एकता की इस सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने की ओर काम करेगी. जी20 के लिए भारत का थीम है - 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' है.
आज से देशभर में यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज समेत 100 स्मारक एक हफ्ते तक G20 के लोगो से जगमगाएंगे.
इंडोनेशिया के बाली में 15 से 16 नवंबर को हुए जी20 सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को इस प्रभावशाली समूह की अध्यक्षता दी गई थी.
भारत को G20 संगठन की अध्यक्षता एक साल के लिए मिली है. भारत की अध्यक्षता का समय 1दिसंबर से शुरू हो रहा था.
जी-20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली संगठन है. यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है. भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभाल रहा है. जी-20 समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं.