खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की कथित साजिश में अमेरिकी कोर्ट का भारत को समन, जानें पूरा मामला

नवंबर में, यू.के. के अख़बार फ़ाइनेंशियल टाइम्स ने बताया कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साज़िश को विफल कर दिया है, जो कट्टरपंथी संगठन सिख फ़ॉर जस्टिस का प्रमुख है और उसके पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
गुरपतवंत सिंह पन्नू

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा उसकी हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए सिविल मुकदमा दायर करने के बाद एक अमेरिकी अदालत ने भारत सरकार को तलब किया है. न्यूयॉर्क के साउथ डिस्ट्रिक्ट के लिए अमेरिकी जिला कोर्ट द्वारा जारी समन में भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व R&AW प्रमुख सामंत गोयल, R&AW एजेंट विक्रम यादव और भारतीय व्यवसायी निखिल गुप्ता के नाम शामिल हैं. समन में 21 दिनों के भीतर जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है.

विदेश मंत्रालय की क्या प्रतिक्रिया

विदेश मंत्रालय ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि यह "चिंता का विषय" है और इस बात पर जोर दिया कि भारत ने उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है. विदेश मंत्रालय की तरफ से अरिंदम बागची ने कहा, "जहां तक ​​एक व्यक्ति के खिलाफ अमेरिकी अदालत में दायर मामले का सवाल है, जिसमें उसे कथित तौर पर एक भारतीय अधिकारी से जोड़ा गया है, यह चिंता का विषय है. हमने कहा है कि यह सरकार की नीति के भी विपरीत है."

भारत और अमेरिका के रिश्तों पर क्या असर

इस साल मई में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा था कि भारत इस मामले की जांच कर रहा है, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इससे भारत-अमेरिका संबंधों के "ऊपर की ओर बढ़ने" पर कोई असर नहीं पड़ेगा. समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "अमेरिका ने सद्भावनापूर्वक कुछ जानकारी हमारे ध्यान में लाई है क्योंकि हमारा भी मानना ​​है कि इसमें से कुछ का हमारे अपने सिस्टम पर भी प्रभाव पड़ता है." उन्होंने कहा, "हम इसकी जांच कर रहे हैं. लेकिन मुझे नहीं लगता कि भारत-अमेरिका के ऊपर की ओर बढ़ने के मूल मार्ग पर इसका कोई असर पड़ेगा." 

Advertisement

अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने क्या कहा

भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने NDTV से कहा है कि इस मामले से भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. पन्नून को भारतीय नेताओं और संस्थाओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने और धमकियाँ देने के लिए जाना जाता है. नई दिल्ली ने उसे 2020 में आतंकवादी घोषित किया था.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Germany Christmas Market हमले में 7 भारतीयों के घायल होने की खबर | BREAKING NEWS