भारत ने ओडिशा तट पर चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज से सतह से हवा में मार करने वाली त्वरित प्रतिक्रिया मिसाइल (क्यूआरएसएएम) प्रणाली का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बृहस्पतिवार को बताया कि इस मिसाइल प्रणाली के छह परीक्षण सफलतापूर्वक किए गए है.
उसने कहा कि विभिन्न परिदृश्यों के तहत हथियार प्रणालियों की क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए विभिन्न प्रकार के खतरों को प्रतिरूपित करते हुए उच्च गति वाले हवाई लक्ष्यों के खिलाफ उड़ान परीक्षण किए गए थे.
डीआरडीओ ने एक बयान में कहा, ‘इन परीक्षणों के दौरान मिशन के सभी लक्ष्यों को हासिल किया गया तथा वॉरहेड चेन समेत अत्याधुनिक निर्देशन और नियंत्रण एल्गोरिदम के साथ हथियार प्रणाली सटीकता स्थापित हुई.'
इसमें कहा गया है कि एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) द्वारा स्थापित टेलीमीट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम्स (ईओटीएस) जैसे कई उपकरणों द्वारा लिए गए आंकड़ों से इस प्रणाली के प्रदर्शन की पुष्टि की गयी.
इस मिसाइल प्रणाली में सभी स्वदेशी उपकरण लगे हैं, जिसमें स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी वाली मिसाइल, सचल लॉन्चर, पूरी तरह स्वचालित कमान एवं नियंत्रण प्रणाली तथा निगरानी रडार शामिल हैं. बयान में कहा गया कि यह प्रणाली अब सेना के बेड़े में शामिल होने के लिए तैयार है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और भारतीय सेना को इस सफल परीक्षण के लिये बधाई दी.
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