भारत ने लंदन में पेश किया अहमदाबाद में होने वाले 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी का प्रस्ताव

राष्ट्रमंडल खेल संघ भारत की अध्यक्ष ने कहा, “भारत की दावेदारी केवल हमारी क्षमताओं का प्रदर्शन नहीं, बल्कि हमारे मूल्यों का प्रतीक है. अहमदाबाद, ग्लासगो 2026 के बाद बैटन को संभालने और 2034 संस्करण की दिशा में एक प्रेरणास्रोत के रूप में कार्य करने के लिए पूर्णतः तैयार है.

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2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए भारत का प्रस्ताव
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  • अहमदाबाद को 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों के लिए आतिथेय शहर के रूप में प्रस्तावित किया गया है.
  • प्रस्ताव में सामर्थ्य, समावेशिता, सततता, लैंगिक समानता और मानवाधिकारों की रक्षा को प्रमुखता दी गई है.
  • अहमदाबाद ने पहले भी कई महत्वपूर्ण खेल आयोजन सफलतापूर्वक किए हैं, जिससे इसकी आयोजन क्षमता सिद्ध होती है.
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लंदन:

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व श्री हर्ष सांघवी, माननीय खेल मंत्री, गुजरात सरकार तथा डॉ. पी. टी. ऊषा, अध्यक्ष, सीजीए इंडिया ने किया. उनके साथ श्री हरि रंजन राव, सचिव, खेल विभाग, युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस), भारत सरकार; श्री अश्विनी कुमार, प्रधान सचिव, खेल, युवा और सांस्कृतिक गतिविधि विभाग, गुजरात सरकार; श्री बंछानिधि पाणि , आयुक्त, अहमदाबाद नगर निगम; श्री रघुराम अय्यर, सीईओ, राष्ट्रमंडल खेल संघ भारत; लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, कार्यकारी बोर्ड सदस्य, सीजीए इंडिया और श्री अजय नरंग, अध्यक्ष, सीजीए के कार्यकारी सहायक, भारतीय टीम का हिस्सा थे.

2030 संस्करण राष्ट्रमंडल खेल के 100 वर्षों के ऐतिहासिक उपलक्ष्य को चिह्नित करता है. भारत की बिड अहमदाबाद को इस शताब्दी संस्करण के आतिथेय शहर के रूप में प्रस्तुत करती है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों के खेल स्थल, मजबूत परिवहन व्यवस्था और उच्च गुणवत्ता वाले आवास पर आधारित एक सघन खेल योजना प्रस्तावित है.

गेम्स रीसेट के सिद्धांतों के अनुरूप, इस प्रस्ताव में सामर्थ्य, समावेशिता, और सततता पर विशेष बल दिया गया है. यह पैरा-स्पोर्ट्स के एकीकरण, मानवाधिकारों की रक्षा, लैंगिक समानता के प्रचार और दीर्घकालिक विरासत ढांचे को समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि इसके लाभ केवल खेलों तक सीमित न रहकर एथलीटों, समुदायों और व्यापक राष्ट्रमंडल तक पहुंच सकें.

अहमदाबाद की सिद्ध आयोजन क्षमता, भारत की इस दावेदारी को और भी मजबूत बनाती है. अहमदाबाद ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप, इंडियन प्रीमियर लीग और 2022 नेशनल गेम्स जैसे सफल आयोजन किए हैं. इसके अतिरिक्त, अहमदाबाद एशियन एक्वेटिक्स 2025, एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2026, वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2029 और कई अन्य एकल व बहु-खेल आयोजनों की मेजबानी भी करेगा, जिससे 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों में संचालन का अनुभव बढ़ेगा.

इस अवसर पर गुजरात सरकार के माननीय खेल मंत्री ने कहा, “अहमदाबाद में शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी गुजरात ही नहीं, भारत के लिए भी एक गर्व का क्षण होगा. हम इन खेलों को एक उत्प्रेरक के रूप में देखते हैं, जो हमारे युवाओं को प्रेरित करें, विकसित भारत @2047 की दिशा में हमारी यात्रा को गति दें, और अगले 100 वर्षों के लिए राष्ट्रमंडल खेलों के उद्देश्यों को और सशक्त बनाएं.”

इस पर राष्ट्रमंडल खेल संघ भारत की अध्यक्ष ने कहा, “भारत की दावेदारी केवल हमारी क्षमताओं का प्रदर्शन नहीं, बल्कि हमारे मूल्यों का प्रतीक है. अहमदाबाद, ग्लासगो 2026 के बाद बैटन को संभालने और 2034 संस्करण की दिशा में एक प्रेरणास्रोत के रूप में कार्य करने के लिए पूर्णतः तैयार है. हमारा उद्देश्य इस शताब्दी संस्करण को ऐसा स्वरूप देना है जो अतीत की विरासत का सम्मान करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों के भविष्य को सशक्त दिशा प्रदान करे.”

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भारत सरकार, गुजरात सरकार और राष्ट्रमंडल खेल संघ भारत से प्राप्त मजबूत और समन्वित समर्थन के साथ, यह प्रस्ताव भारत की इस आकांक्षा को रेखांकित करता है कि 2030 में ऐसे राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन किया जाए जो सतत, समावेशी और वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली हों.

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