अमेरिकी धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज, RAW की भूमिका पर उठाए थे सवाल

अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर संयुक्त राज्य आयोग की 2025 वार्षिक रिपोर्ट के संबंध में मीडिया के प्रश्नों पर बुधवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल.
नई दिल्ली:

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग "यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम (USCIRF) की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर संयुक्त राज्य आयोग की 2025 वार्षिक रिपोर्ट के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा, "हमने हाल ही में जारी की गई अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (USCIRF) की 2025 वार्षिक रिपोर्ट देखी है, जो एक बार फिर पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक रूप से प्रेरित आकलन जारी करने के अपने पैटर्न को जारी रखती है."

रिपोर्ट में मुस्लिमों पर घृणित टिप्पणी और सिख अलगाववादियों की हत्या में रॉ की भूमिका

उल्लेखनीय हो कि अमेरिकी संस्था अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) की 2025 की वार्षिक रिपोर्ट में भारत में मुसलमानों पर घृणित टिप्पणी के साथ-साथ सिख अलगाववादियों की हत्या में भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के शामिल होने की बात कही गई थी. 

रिपोर्ट में भाजपा पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुसलमानों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ 'घृणास्पद बयानबाजी' का प्रचार करने का भी आरोप लगाया गया है. साथ ही रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर सिख अलगाववादियों की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की गई है.

Advertisement

जानबूझकर किए गए एजेंडे को दर्शाते है

अमेरिकी पैनल की इस रिपोर्ट पर बुधवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि USCIRF द्वारा अलग-अलग घटनाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और भारत के जीवंत बहुसांस्कृतिक समाज पर संदेह करने के लगातार प्रयास धार्मिक स्वतंत्रता के लिए वास्तविक चिंता के बजाय एक जानबूझकर किए गए एजेंडे को दर्शाते हैं.

Advertisement

भारत 1.4 बिलियन का घर, जहां सभी धर्मों के अनुयायी

रणधीर जायसवाल ने आगे कहा कि भारत 1.4 बिलियन लोगों का घर है जो मानव जाति के सभी ज्ञात धर्मों के अनुयायी हैं. हालाँकि, हमें कोई उम्मीद नहीं है कि USCIRF भारत के बहुलवादी ढांचे की वास्तविकता से जुड़ेगा या इसके विविध समुदायों के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को स्वीकार करेगा.

Advertisement

Advertisement

लोकतंत्र को कमजोर करने के प्रयास सफल नहीं होंगे

रणधीर जायसवाल ने अपने आधिकारिक बयान में अंत में यह भी कहा कि लोकतंत्र और सहिष्णुता के प्रतीक के रूप में भारत की स्थिति को कमजोर करने के ऐसे प्रयास सफल नहीं होंगे. वास्तव में, यह USCIRF है जिसे चिंता का विषय माना जाना चाहिए.

तथ्यों को गलत तरीके से पेश करती रही अमेरिकी संस्था 

पिछले साल भी भारत ने अमेरिकी संस्था की रिपोर्ट को खारिज किया था. रणधीर जायसवाल ने कहा, "USCIRF, शुरुआत से ही तथ्यों को गलत तरीके से पेश करता है. इससे भारत के बारे में मोटिवेटेड नैरेटिव को बढ़ाना जारी रखा है. हम इस दुर्भावनापूर्ण रिपोर्ट को अस्वीकार करते हैं. यह रिपोर्ट USCIRF को बदनाम करने का काम करती है."

यह भी पढ़ें - पक्षपाती और राजनीतिक एजेंडे वाला संगठन... : भारत ने खारिज की USCIRF की रिपोर्ट

Featured Video Of The Day
Waqf Bill Parliament News: सदन में वक्फ बिल पेश होने से पहले सरकार पर Aklhilesh Yadav के बड़े आरोप