भारतीय सेना की ताकत और बढ़ने जा रही है. जम्मू-कश्मीर में हुए पहलगाम हमले को लेकर जारी हलचल के बीच आज भारत और फ्रांस के बीच 26 राफेल-M लड़ाकू विमान खरीदने के लिए डील होने जा रही है. ये डील 63,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की होगी. इस नए सौदे से भारत में राफेल जेट विमानों की कुल संख्या बढ़कर 62 हो जाएगी. इन विमानों को नौसेना की ताकत बढ़ाने के लिए खरीदे जाने की तैयारी है. नौसेना के लिए अलग से रफाल विमान खरीदने से हिंद महासगर में भारत की हवाई ताकत और बढ़ने वाले है. आइए आपको बताते हैं कि कैसे राफेल से बढ़ेगी भारतीय सेना की ताकत.
राफेल-M की खासियत
- 26 राफेल मरीन फाइटर जेट में से 22 सिंगल-सीटर होंगे.
- चार ट्विन-सीटर वेरिएंट के ट्रेनिंग विमानों की डिलीवरी भी की जाएगी.
- नौसेना के जहाज़ से 'स्की जंप'
- बहुत कम जगह पर लैंडिंग
- लंबाई: 15.27 मीटर, चौड़ाई: 10.80 मीटर और ऊंचाई: 5.34 मीटर
- वज़न: 10,600 किलो, रफ्तार: 1,912 kmph
- रेंज: करीब 3700 km
- 50 हज़ार फ़ीट ऊंचाई तक उड़ान
- एंटीशिप स्ट्राइक के लिए सबसे बढ़िया
- न्यूक्लियर प्लांट पर हमले के लिए डिज़ाइन
- हवा में रिफ्यूलिंग कर सकता है
- एडवांस रेडार तकनीक से लैस
पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद नौसेना ने दुश्मनों को कड़ा संदेश देते हुए एक महत्वपूर्ण मिसाइल परीक्षण भी किया था. यह मिसाइल परीक्षण नौसेना ने अपने डिस्ट्रॉयर शिप आईएनएस सूरत से अरब सागर में किया था. नौसेना ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी थी. विशेषज्ञों का कहना है कि राफेल मिलने के बाद नौसेना की ताकत कई गुणा बढ़ जाएगी. इस सौदे के लिए पहले फ्रांस के रक्षा मंत्री 27 अप्रैल को भारत आने वाले थे, लेकिन कुछ निजी कारणों से उनका दौरा रद्द हो गया. लेकिन इससे सौदे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. सोमवार को 'सरकार-से-व्यापार' समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे.
यह नौसेना के लिए पहला बड़ा लड़ाकू विमान अपग्रेड होगा. इससे भारतीय नौसेना किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए और अधिक सशक्त बनेगी. जानकारी के मुताबिक, फ्रांस के साथ होने वाले राफेल-एम लड़ाकू विमान के इस सौदे में बेड़े के रखरखाव, रसद सहायता, कर्मियों के प्रशिक्षण, ऑफसेट दायित्वों के तहत घटकों के घरेलू विनिर्माण के लिए एक व्यापक पैकेज भी शामिल होगा. सौदा तय होने के बाद अगले कुछ वर्षों में फ्रांस द्वारा भारतीय नौसेना के लिए इन फाइटर जेट की डिलीवरी की जाएगी.
नौसेना को मिलने वाले 26 राफेल मरीन फाइटर जेट में से 22 सिंगल-सीटर होंगे, जबकि चार ट्विन-सीटर वेरिएंट के ट्रेनिंग विमानों की डिलीवरी भी की जाएगी. इन विमानों के शामिल होने के बाद नौसेना की समुद्री हमले की क्षमताओं को मजबूती मिलेगी. गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना के पास भी राफेल विमानों के बेड़े हैं.