India Coronavirus : भारत में कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने सारी हदें तोड़ रखी हैं. देश में हर रोज संक्रमण के रिकॉर्डतोड़ नए मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात है कि कोविड टेस्टिंग की रफ्तार उतनी तेजी से नहीं बढ़ी है, जितनी तेजी से मामले बढ़ रहे हैं. खासकर, जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां की स्थिति देखने लायक है. इन राज्यों में कोरोना टेस्टिंग से ज़्यादा चुनाव ज़रूरी लग रहे हैं. इन राज्यों में चुनावी रैलियों में भीड़ दिख रही है और टेस्टिंग गिरती दिख रही है.
पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु में कोरोना की दूसरी लहर में सीधे तौर पर टेस्टिंग में कमी दिख रही है. वहीं, केरल में टेस्टिंग तो बढ़ी है लेकिन एंटीजन टेस्टिंग का प्रतिशत ज़्यादा है, जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय का ज़ोर बार बार रहता है कि कुल टेस्टिंग का 70% RTPCR ज़रूर हो.
अगर अलग-अलग चुनावी राज्यों में टेस्टिंग के आंकड़ों को देखें तो-
पश्चिम बंगाल :
जुलाई 2020 : 3,80,056
अगस्त 2020: 9,91,497
फरवरी 2021: 5,66,413
मार्च 2021 : 6,12,284
फरवरी 2021:
एंटीजन : 33%
RTPCR : 67%
मार्च 2021 :
एंटीजन : 26%
RTPCR : 74%
असम
जुलाई 2020 : 4,02,283
अगस्त 2020: 8,38,101
फरवरी 2021: 2,12,237
मार्च 2021 : 2,14,322
फरवरी 2021 :
एंटीजन : 81%
RTPCR : 19%
मार्च 2021 :
एंटीजन : 80%
RTPCR : 20%
केरल
जुलाई 2020 : 2,66,410
अगस्त 2020: 3,11,279
फरवरी 2021: 16,30,516
मार्च 2021 : 24,85,684
फरवरी 2021:
एंटीजन : 66.50%
RTPCR : 33.50%
मार्च 2021 :
एंटीजन : 45.33%
RTPCR : 54.67%
तमिलनाडु
जुलाई 2020 : 15,98,316
अगस्त 2020: 20,60,279
फरवरी 2021: 13,51,222
मार्च 2021 : 19,36,012
फरवरी 2021 :
एंटीजन : 0.05%
RTPCR : 99.95%
मार्च 2021 :
एंटीजन : 0.07%
RTPCR : 99.93%