बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Shiekh Hasina) ने गुरुवार को भारत-बांग्लादेश वर्चुअल समिट (India-Bangladesh Virtual Summit) के दौरान 1971 के युद्ध में भारत की ओर से मिले सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि 'भारत हमारा सच्चा मित्र है'. भारत और बांग्लादेश के बीच 1971 की भारत की पाकिस्तान की जीत को 50 साल हो जाने के मौके पर गुरुवार को दोनों देशों के बीच यह समिट रखी गई थी. 1971 के युद्ध के बाद ही बांग्लादेश का स्वतंत्र देश के रूप में जन्म हुआ था.
इस मौके पर शेख हसीना ने कहा, 'भारत हमारा सच्चा साथी है. मैं उन 30 लाख लोगों को दिल से श्रद्धांजलि देती हूं, जिन्होंने उस युद्ध में अपनी जिंदगी दे दी. मैं अपनी जान देने वाले भारतीय सैन्य बलों के जवानों और उनके परिवारों को नमन करती हूं. मैंने भारत की सरकार और उसकी जनता के प्रति शुक्रगुजार हूं जिन्होंने हमारे देश के मिशन के लिए दिल खोलकर समर्थन और सहयोग दिया.'
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि बांग्लादेश भारत के 'पड़ोस पहले' वाली पॉलिसी का 'मुख्य स्तंभ' है. उन्होंने कहा कि 'हम आजादी-विरोधी ताकतों के खिलाफ बांग्लादेश की जीत में आपके साथ 'बिजॉय दिबॉस' मनाने को लेकर गर्वित महसूस करते हैं.'
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उन्होंने अपनी बांग्लादेशी समकक्ष को अगले साल उन्हें बांग्लादेश बुलाने पर धन्यवाद भी दिया और कहा कि शहीदों को श्रद्धांजलि देना उनके लिए सम्मान की बात होगी. पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश से संबंधों को मजबूत करना उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक रहा है. इस वर्चुअल समिट में भारत और बांग्लादेश ने आपस में कई पहलुओं पर सहयोग बढ़ाने के लिए सात समझौतों पर भी हस्ताक्षर किया. वहीं, इस दौरान 1965 तक एक्टिव रहे क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक को भी बहाल किया.
बता दें कि 1971 के युद्ध में हारने के बाद पाकिस्तान आर्मी के चीफ, जनरल आमिर अब्दुल्ला खान नियाज़ी ने अपने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने समर्पण कर दिया था.
बुधवार को पीएम मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 1971 में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी थी. पीएम मोदी ने नई दिल्ली में नेशलन वॉर मेमोरियल पर 'स्वर्णिम विजय मशाल' जलाई थी.
Video: भारत-पाकिस्तान 1971 युद्ध के 50 साल