विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को यहां कहा कि भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन पर काम अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है और अगले साल इसका उद्घाटन किए जाने की उम्मीद है. यह परियोजना दोनों देशों को अपनी ऊर्जा जरूरतों को एकीकृत करने में सक्षम बनाएगी. 346 करोड़ रुपये की भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन परियोजना (आईबीएफपीपी) भारत में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी और बांग्लादेश में दिनाजपुर जिले के पार्बतीपुर को जोड़ेगी. इस 130 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन की क्षमता 10 लाख मीट्रिक टन सालाना होगी.
श्रृंगला ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आईबीएफपीपी एक ‘‘अत्यंत अनोखी और महत्वपूर्ण पाइपलाइन है जो हमें अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को एकीकृत करने में सक्षम बनाएगी.''
उन्होंने कहा कि परियोजना बहुत अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है और ‘‘हम अगले साल इसका उद्घाटन करने की स्थिति में होंगे.''
इससे पहले, कोविंद ने यहां अपनी तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के पहले दिन बांग्लादेश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की. राष्ट्रपति कोविंद का बुधवार को ढाका पहुंचने पर शानदार स्वागत किया गया. अपनी तीन-दिवसीय यात्रा के दौरान राष्ट्रपति 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे.
बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हामिद ने अपनी पत्नी के साथ ढाका के हजरत शाह जलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोविंद की अगवानी की.