- राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक के सांसद दिल्ली में मतदाता सूची में गड़बड़ी के खिलाफ मार्च करेंगे.
- लोकसभा सांसद और राज्यसभा सदस्य, संसद भवन से चुनाव आयोग के कार्यालय तक पैदल मार्च निकालेंगे.
- दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस मार्च के लिए अनुमति नहीं दी गई है क्योंकि विपक्ष ने आवेदन ही नहीं किया.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में इंडिया ब्लॉक के सांसद आज सोमवार को राजधानी में शक्ति प्रदर्शन करेंगे. बिहार में मतदाता सूची में गड़बड़ी और चुनावों में 'कथित धांधली' के खिलाफ लोकसभा और राज्यसभा के 300 सांसद संसद भवन से चुनाव आयोग के दफ्तर तक पैदल मार्च करेंगे. इनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी समेत कई सांसद शामिल होंगे. सुबह करीब 11:30 बजे ये मार्च निकाला जा सकता है. वहीं, एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के अधिकारियों से भी मिलेगा.
आयोग से समय मिला पर पुलिस से अनुमति नहीं
राहुल गांधी और विपक्षी सांसदों ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनीरक्षण (एसआईआर) के जरिए कथित तौर पर 'वोट चोरी' का आरोप लगाया है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष को इस मार्च के लिए पुलिस से अनुमति नहीं मिली है. विपक्ष के किसी भी नेता या पार्टी ने पुलिस से अनुमति (NOD) मांगी ही नहीं है.
विपक्ष ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और दोनों निर्वाचन आयुक्तों से मिलने के लिए समय मांगा था, जिस पर चुनाव आयोग ने सोमवार, 12 बजे मुलाकात का समय दिया है. चुनाव आयोग ने प्रतिनिधिमंडल में केवल 30 लोगों को शामिल करने का अनुरोध किया है. बता दें कि इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने तीनों चुनाव आयुक्तों से मिलने का समय मांगा था.
आज शाम दूसरी 'डिनर' मीटिंग
सोमवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया)' के घटक दलों के सांसदों के लिए 'डिनर' भी रखा गया है. पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ये 'डिनर' दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित ताज पैलेस होटल में आयोजित होगा, जिसमें 'इंडिया' ब्लॉक के सभी सांसदों के शामिल होने की संभावना है. ये दूसरी बार है, जब इस मुद्दे पर कांग्रेस ने 'डिनर मीटिंग' रखा है.
इससे पहले राहुल गांधी के आवास पर 'इंडिया' ब्लॉक के नेता जुटे थे. इस मीटिंग में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) प्रमुख शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे, द्रमुक के तिरुचि शिवा समेत 25 दलों के कई नेता मौजूद थे. लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद जून 2024 में खरगे के आवास पर हुई बैठक के बाद से विपक्षी खेमे के शीर्ष नेताओं की ये पहली ऐसी मीटिंग थी.
राहुल गांधी की अपील
राहुल गांधी के चुनाव में धांधली के दावों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कांग्रेस ने रविवार को लोगों के लिए एक वेब पोर्टल भी शुरू किया है. कांग्रेस ने बताया है कि इस पर रजिस्ट्रेशन कर निर्वाचन आयोग से कथित 'वोट चोरी' के खिलाफ जवाबदेही की मांग की जा सकती है. साथ ही डिजिटल मतदाता सूची की मांग के प्रति समर्थन व्यक्त कर सकते हैं. राहुल गांधी ने लोगों से संबंधित वेबलिंक पर पंजीकरण कराकर इस मांग का समर्थन करने की अपील की है. उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा, 'वोट चोरी 'एक व्यक्ति, एक वोट' के बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांत पर हमला है. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए साफ-सुथरी मतदाता सूची अनिवार्य है. निर्वाचन आयोग से हमारी मांग साफ है- पारदर्शिता दिखाएं और डिजिटल मतदाता सूची सार्वजनिक करें, ताकि जनता और राजनीतिक दल उसका खुद 'ऑडिट' कर सकें.