- मोदी सरकार ने सेनाओं के लिए आजादी के बाद की सबसे बड़ी रक्षा आधुनिकीकरण योजना तैयार की है.
- अगले 15 वर्षों में खरबों डॉलर खर्च करके धरती, आकाश, समुद्र, अंतरिक्ष का क्रांतिकारी कवच तैयार किया जाएगा.
- इसमें परमाणु युद्धपोत, हाइपरसोनिक मिसाइलें, स्टील्थ बॉम्बर ड्रोन, एआई बेस्ड हथियार भी शामिल होंगे.
कुछ समय पहले पूरी दुनिया ने देखा था कि भारत ने किस तरह आतंकवाद परस्त पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर सबक सिखाया था. मौजूदा दौर की और आने वाले समय की सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए सरकार ने आजादी के बाद की सबसे बड़ी रक्षा आधुनिकीकरण योजना तैयार की है. इसके तहत अगले 15 वर्षों में अरबों-खरबों डॉलर खर्च करके धरती, आकाश, समुद्र और अंतरिक्ष का क्रांतिकारी सुरक्षा कवच तैयार किया जाएगा.
फ्यूचर वॉर के लिए तैयार होगी सेना
एनडीटीवी को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, देश की स्वतंत्रता के बाद, यह देश के सेनाओं को अपग्रेड करने का सबसे बड़ा डिफेंस प्लान है. यह भारत को भविष्य के लिए तैयार सैन्य ताकत में बदलने की दिशा में निर्णायक कदम है. इसमें परमाणु ताकत से लैस युद्धपोत, हाइपरसोनिक मिसाइलें, रडार की नजरों से बचने में सक्षम स्टील्थ बॉम्बर ड्रोन, एआई बेस्ड हथियार और अंतरिक्ष में युद्ध की टेक्नोलॉजी भी शामिल है.
आर्मी के लिए फ्यूचर रेडी टैंक, रोबोट
इस क्रांतिकारी विजन डॉक्युमेंट के मुताबिक, थल सेना टी-72 टैंकों के बेड़े को बदलने के लिए लगभग 1,800 फ्यूचर रेडी टैंक शामिल करेगी. पहाड़ी इलाकों में युद्ध के लिए 400 हल्के टैंक खरीदे जाएंगे. टैंकों पर लगाने की 50 हजार एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें सेना को मिलेंगी. इसके अलावा IED को ढूंढकर नष्ट करने वाले 700 से अधिक रोबोटिक सिस्टम भी सेना को दी जाएंगी.
नए युद्धपोतों से लैस होगी नौसेना
इसी तरह नौसेना को एक नए एयरक्राफ्ट कैरियर के अलावा अगली पीढ़ी के 10 फ्रिगेट (लड़ाकू युद्धपोत), 7 एडवांस कॉर्वेट (छोटे युद्धपोत) और 4 लैंडिंग डॉक प्लेटफॉर्म मिलेंगे. युद्धपोतों के लिए न्यूक्लियर सिस्टम और इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक एयरक्राफ्ट लॉन्च सिस्टम को भी हरी झंडी दे दी गई है.
वायुसेना के लिए सैटलाइट, ड्रोन की फौज
वायु सेना को भी भविष्य के संभावित युद्धों के लिए सक्षम बनाया जाएगा. इसके लिए उसे बेहद ऊंचाई वाले 75 स्यूडो सैटेलाइट, 150 स्टील्थ बॉम्बर ड्रोन के अलावा सटीक निशाना लगाने वाले सैकड़ों प्रिसिशन गाइडेड हथियार दिए जाएंगे. इतना ही नहीं, दूर बैठकर ऑपरेट किए जाने वाले 100 से अधिक एयरक्राफ्ट भी सरकार वायुसेना को उपलब्ध कराएगी.
साफ है कि मोदी सरकार ने भारतीय फौजों को ऐसी क्षमता देने का फैसला किया है, जो उसे 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में मददगार साबित होगी. इन हथियारों और साजोसामान की बदौलत सेना एक ऐसी फ्यूचर रेडी फोर्स बन सकेगी, जो एआई की मदद से न सिर्फ धरती-आकाश से बल्कि अंतरिक्ष से भी दुश्मन को मटियामेट कर सकेगी.